गौमाता का देश को योगदान अगर हम अपने नाना नानी या दादा दादी को पुछे ऊन के जमाने में कमाई के साधन क्या थे जवाब था पशुधन जिस में मुख्य गौमाता और बैल थे कारण 80% हिंदुस्तानी खेती प्रधान लोग थे बैलों में pick up दुसरे पशुओं से अधिक होती है गौमाता दुध भी देती थी बैल भी देती थी मशीनरी तो खेतो में 1980 में आनी शुरू हुई मैं 1978में फौज में जाने से पहले बड़े भाई के साथ बैलों से खेती करता था अपने बैलों का हालचाल चिट्ठी में बड़े भाई से पुछ लेता था बैलों की दो जोड़ी किसी किसी के घर होती थी उस घर के लड़के को अच्छे घर से रिश्ता मिल जाता था क्रिकेट के मैच की तरह बैलों का खेतो में जोश देखा जाता था उस समय किसी के घुटने दर्द नही करते थे चाहे औरत हो चाहे मर्द,औरत दिन में कई कई चक्कर अपने खेतो में कभी पानी देने कभी रोटी कभी घास फूंस मशीनरी आने के बाद लोगो ने गाय के साथ जो बर्ताव किया वह हम सब सड़को और कसाई खानो में देख रहे हैं मेरे दफ्तर के सामने कुत्तों ने रात को कई गाय के बछड़ों को मार दिया सारी राजनीति पार्टियों ने गौमाता के नाम पर वोट मांगी 1967 के आसपास चुनाव निशान ब...