गलती (mistake)
जन्म पर हम कोरे कागज की तरह साफ होते है जन्म के बाद कुछ साल हम अपने मां बाप से सीखते है फिर स्कूल से और फिर कालज और यूनिवर्सिटी से सीखते रहते है इस के साथ साथ हम अपनी आंखों कानों और मुंह से भी सीखते रहते है या यूं कहें सारी उम्र हम सीखते रहते है इन सब से सीखने के बाद भी हम कच्चे रहते हैं, पक्के बनते है जब हम अपनी गलती से सीखते हैं या यू कहें जो हमे हमारी गलती हमे सीखा जाती है वह कोई नही सीखा सकता हमे अपने धर्म गुरुओं से सीखा भी भूल जाता है लेकिन अपनी गलती से सीखा हुआ हमे कभी नही भुलता कारण दिमाग नफे नुकसान का हिसाब रखता है और जब नुकसान होता है वह दिमाग में प्रिंट हो जाता है अगर आप गलती के कारण जेल जा चुके हो तो फिर वह आत्मा में भी प्रिंट हो जाता है अभी आप मरने तक गलती से मिला सबक याद रखोगे और रखना भी चाहिए एक सस्ते में आप उस्ताद बन गए गलतियां केवल नुकसान ही नही करती बल्की मौत का कारण भी बन जाती है
कुछ गलतियों में माफी कम होती है या फिर होती ही नही जैसे बिजली के मामले में, कई गलतियां बंदे को डिप्रेशन में ले जाती है जैसे कोई बड़ा घाटा हो गया प्रोपर्टी आदि में या गुस्से में गोली चला दी जो गलतियां घर के बाहर होती हैं अधिक नुकसान पहुंचा देती हैं जो गलतियां accident में होती बड़ी खतरनाक होती है उपरलिखित गलतियां आखिर phsically होती है जिस में बचने के चांस रहते है लेकिन साइबर क्राइम जो इस जमाने का डिजिटल लुटेरा आ चुका है आप जब सो रहे हो तो आप को लुट रहा है आप के mobile के माध्यम से, जिस में आप को सोचने के सैकिंड भी नही मिलते
वो लोग अभी तक अपने आपको खुशकिस्मत मत समझो जिन को मोबाइल से लुटाने का मोका अभी तक नही मिला परमात्मा से प्रार्थना करो 1,2हजार की गलती से बात बन जाए तो तभी जा कर आप इस लुटेरे से बचोगे मेरे से 2010में गलती हुई थी 25 हजार की, मोबाइल पर कॉल आया थामैं सच जान कर उस के खाते में पैसा डाल दिया था सोचा खाता कैसे गलत हो सकता है लेकिन बाद में पुलिस ने बताया खाता जाली ID और address से था लेकिन इस गलती ने जो मुझे सिखाया जो कोई नही सीखा सकता और इस गलती से मैने कमाया भी बहुत अभी दुसरी छोटी गलती जिस में प्लॉट दिखाया कागजो में कही और जमीन पर कही और इस गलती को एक और रजिस्ट्री करवा के सुधार लिया ठगी करने वाला एक हाई स्कूल का मास्टर था परंतु इस गलती ने आगे प्रॉपर्टी जिस की कीमत आज 07करोड़ है मेरी लड़की की थी,जब मैंने रजिस्ट्री वाले दिन शक के आधार पर कागज दुबारा चैक किए तो उस में उन्होंने खसरा नंबर जानबुझ कर गलत डाल रखा था जो की बिजली की High tension power line के नीचे था पैसा दे रखा था महंगी जमीन का 1.75करोड़ यह 2016की बात है ,पुरानी गलती से अगली बड़ी गलती होने से बचा लिया मोबाइल से हररोज लोग लुटे जा रहे है लेकिन शर्म के मारे रिपोर्ट नही करते ,रिपोर्ट करना चाहिए ताकी दुसरे बच सके और कम से कम गलती हो,
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