दुआ और बदुआ (will vs curse)
दुआ और बदुआ परमात्मा के दरबार में इतनी गति से पहुंचती है की हमारी कोई प्रार्थना या अरदास भी पीछे रह जाती है दुआ लेने वाला रातोरात फलनेफुलने लगता है और बदुआ वाला रातों रात गलने लगता है यह हर सीनियर सिटीजन का पक्का तुजरब्ब है दुआ और बदुआ देने वाले की आत्मा की आवाज होती है जिस को वह या तो बहुत खुशी में और पुर्ण सचाई से दुआ देता है या कोई बहुत दुखी हालत में जिमेवार आदमी को बदुआ देता है जब पानी उस के सिर के ऊपर से जाता है जब पूर्ण सच होता है तो परमात्मा इसे काबुल कर लेता है बदुआ लेने वाला सामने नजर आता है आखिर में ये लोग गुरुद्वारे ओर मंदिर मस्जिद में माफी मांगते भी देखे जाते है लेकिन परमात्मा माफ नही करता पर उस को सजा काटने के लिए हिम्मत दे देता है अर्थात रास्ता दिखा देता है
लोग कहते बोलते सुने जाते हैं फलाने आदमी के ऊपर परमात्मा की बहुत कृपा है मतलम लोगो की दुआएं साथ है आदमी चल रहा है अपनी कामयाबी के रास्ते पर किसी संत के वचनों में कोई gaurntee है या नही है परंतु किसी की ली हुई दुआ आप की जीवन भर की फ्री FD है आप इतिहास खोजिए महाभारत और रामायण ग्रंथो को अध्यन करने से पता चलता है की देवता किसी को घर जा कर नही मारते वो उन को अभिशाप means cursed करते है जिस से वह दुखी हो का मरता है conclusion परमात्मा की मार की किसी को कोई आवाज नहीं आती और न ही दिखाई देती है इसलिए हमे किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए बल्कि उस के दिल को जीतना चाहिए ,sorry pardon माफी ऐसे शब्द जो समय पर बोलने से आप को किसी की बदुआ से बचने का chance देते है।
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