फेरीवाला(Hawkers)
हर मन का अपना संसार होता है कोई मन क्या पसंद करता है यह व्यक्तिगत होता है लेकिन सफलता उसी में होती है जो मन पसंद करे जैसे बोलते हैं मन के हारे हार मन के जीते जीत यह कहावत पुर्ण सच है वरना फेरी वाले का काम आसान नहीं गांव गांव गली गली Door service देना यह कठिन काम उस के मन की पसंद कर के उसे आसान लगता है फेरीवाले की कमाई एक सीमित होती है जिस से बड़ी मुश्किल से उस के परिवार का गुजारा चलता है लेकिन business की सोच से यह सब से strong basic foundation होती है अपने लोकल area की जानकारी से पता चलता है कई फेरीवाले अपनी सख्त मेहनत से बड़े उद्योगपति बन चुके है क्योंकि उन के पास घर घर का तुजरब्बा वहा के लोगो के शौक जरूरत को समझा और उसी को आगे बढ़ाया इस में उन को अधिक पढ़ाई लखाई की भी जरूरत नहीं होती ना ही बेचने के लिए कोई licence की आवशक्ता होती उस की out put उस की Good will पर निर्भर करता है उस की डिलीवरी कैसी है ।
Door service लोगो के लिए एक सुखदायिक काम होता है उन का समय और पैसे दोनो की बचत होती है देखने से पता चलता है सब्जी बेचने वाले Hawkers बाजार से सस्ती सब्जी बेचते है और सब्जी ताजी भी होती है कारण वह direct सब्जी मंडी से सब्जी bulk में खरीद कर अपनी आय को बड़ा लेते है रेलवे स्टेशनों पर फेरीवाले यात्रियों को अपनी वस्तु बहुत महंगी बेचते है या यू कहें यात्रियों को लुटते है उन की बेबसी का misuse करते है ये Hawkers गामंडी होते है रेलवे के हुक्मो का पालन नहीं करते मोका मिलने पर 50 रुपए की पानी की bottle को सस्ती बताते है conclusion Hawkers समाज की सेवा करते है हमारे घर पहुंच कर हमारी जरूरत को पुरा करते है हमे इन का समान करना चाहिए ।
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