चाय vs दारु (Tea VS wine)


 चाय vs दारू

चाय पीने से आप अपने कार्य में मगन हो सकते है अर्थात आप का मन और शरीर हरकत में आते हैं अपने बचे कार्य को सम्पूर्ण कर लेते हैं मजदुर की  बड़ी इच्छा चाय होती है कारण चायपत्ती में हल्का नशा होता है जो पानी में उबालने से बनता है चाय पूरी दुनिया के देशों में पिया जाता है लेकिन शराब में नशा अधिक होता  है चाय से कई गुना उतेजित होता है दारू को पीने में आनन्द अधिक महसुस होता है दारू को पीने वाले इस को चोदवा रत्न कहते है,जिन लोगो को दारू से काम लेना आता है उन्होंने दारू से संगीत लिखा दारू से योग्यता से अधिक काम लिया लेकिन ये लोग अपने देश में 10% से भी कम होगे  सब ने दारू से खोया ही है बड़े बड़े दर्दनाक एक्सीडेंट हुए जिन में निर्दोष लोग भी साथ मारे गए  दारू ने कत्ल करवाए झगड़ा तो इस की प्राथमिक देन हैं  मेरे गांव में चार बेटिया सुसराल से माइके इसलिए बैठी हैं उन के पति शराबी अमली निकम्मे हैं अभी वह ना कुआरी ना शादीशुदा मेरे सगे भतीजे का पिछले महीने कनाडा में तलाक हुआ बहु उसे छोड़ इंडिया वापिस आ गई वह सूखे नशे करता है जो दारू से भी अधिक खतरनाक हैं हमारे देश में लगभग 40% पति नामर्द हो चुके हैं धोखे से शादियां हो रही हैं पंजाब में अभी कुछ कंट्रोल के संकेत मिले हैं वरना पंजाब में हर पांचवा जवान नशेड़ी बन चुका था क्यों की मां बाप खुद आदी थे सरकार भी पीछे नहीं है हर गली मुहाले के बाहर आप को दारू के ठेके मिल जाते हैं जो घर vegitarian हैं वहा स्वर्ग जैसा है।

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