मेहनत और कड़ी मेहनत super hard-work

   अपने देश के लगभग सभी प्रांतों के लोगो से वाकिफ हूं मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं की मेहनत तो सब करते हैं पर कड़ी मेहनत कोई कोई याद रखें, नतीजा कठिन काम का आता है सरल काम का कोई नतीजा नही आता पढ़ाई सारे करते है competition वाली पढ़ाई कोई कोई,टीचर सब बन सकते हैं पढ़ाने वाला कोई कोई, कारण घर से बनता है घर के आसपास का माहोल और माँ बाप,कड़ी मेहनत कभी खाली नहीं जाती मेहनत और कड़ी मेहनत

में 19-20 का ही फर्क होता है कोई great role model अपनाने से खाना खाना भी भूल जाता है  अगर हम अपनी उम्र को 70साल मान के चले पहले 17 बचपन के  17साल नींद के और 17 बुढ़ापे के ,लगभग 20साल ही मेहनत करने के बचे हैं हमारा कोई भी धंधा हो फटे चक दो वाला नारा याद रखो. 

 




 

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