मनोहर शखशियत (personality)

मनोहर शख्सियत (Golden personality ) की पहचान उस की गुफतार, रफ्तार और दस्तार से, गुफ्तार का अर्थ बोलबानी, रफतार उस की चाल ढाल काम करने का तरीका,और दस्तार उस की पगड़ी अर्थ जिमेवारी और शान शौकत इस फोटो में हम केवल पगड़ी के बारे व्याख्या करेंगे पगड़ी को सजाने और रखने की कला के गुण को देख कर प्राचीन समय में मनोहर या वफादार आदमी का अनुमान लगता था पगड़ी आज भी हिंदुस्तान में बड़े मान सम्मान से सज्जाई जाती है शादी में दुलहा गुलाबी रंग की पगड़ी पहनता है हिंदु सीनियर सिटीजन आज भी सफेद रंग की पगड़ी पहनते हैं उन के बाद उन के पुत्र को ट्रांसफर करते हैं राजस्थान में रंगदार पगड़ी का पर्चलन है पगड़ी फौज पुलिस में आज भी परेड में बांदी जाती है गीतकार बड़े तुरला लगा कर बांधते है पंजाबी भंगडा पार्टी इस के बिना अधुरी होती है इतिहास से पता चलता है की पीर पैगम्बर भगत सब पगड़ी पहनते थे आज भी सारे अरब देशों में मुस्लिम मंत्री पगड़ी पहनते है 13-14 वी शताब्दी में भगत नाम देव लिखते है,खूब तेरी पगड़ी मीठे तेरे बोल. अंत यह सचाई है पगड़ी मनहोर शख्सियत का अंग है।पंजाब में तो इसे सिर का ताज समझा जाता है
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