अफवाहे (Remours)

Misleading


 अफवाह फैलती नही है फलाई जाती है इस सचाई की कोई गारंटी नहीं होती है बुराई ,अच्छाई से पहले बहुत जल्दी फैलती है किसी अच्छाई को फलाने में महीना लग सकता है लेकिन बुराई या अफवाह फलाने के लिए एक दिन काफी है क्यों की मन शैतान होता है इस में ये सुस्ती नही करता आगे 10आदमी को फोन कर के खुश होगा की फलाने आदमी की लड़की भाग गई है उस को किसी लड़के के साथ बाजार में देखा था इन को पूछे जब लड़के लड़कियां इकठे नोकरी करते है तो बाजार में इकठे नही जा सकते अफहाए लड़ाई जीतने के लिए जनभुज्ज कर फलाई जाती है दुश्मन का मनोबल गिराने के लिए लेकिन समाज में अफवाहें सुस्त parents के लिए और भी ज्यादा नुकसान करती है किसी झुठी अफवाह के कारण वो अपने बच्चो का रिश्ता नही करते बिना सचाई का पता किए वे एक अच्छे रिश्ते से चुक जाते है असुल तो यह होना चाहिए जब तक आप अपनी आंखों कानों से देखा सुना नही होता तब तक इसे सच मत मानिए आज के युग में अफवाह mob ओर internut की वजह से बहुत जल्दी फैलती है इस लिए सरकार सब से पहले internut बंद करती है दुसरी तरफ समाज में छोटी मोटी अफवाह को mob की मदद से सचाई का पता कर के किसी नुकसान से बचा जा सकता है ।

            Crona के समय अफवाहे फलाई जा रही थी crona का injection बंदो को नामर्द बना देगा जब की बंदे की जान बचाने के लिए था हुआ भी सच दुनिया को injection ने ही बचाया है वरना अमरीका के पास कोई पैसे की कमी थी पर उस के पास इंजेक्शन नही था ये सच फैला जब ब्रिटिश के समय रेल का आगमन हुआ तो रेलवे की पटरी के साथ साथ टेलीफोन के पोल लग रहे थे हमारे देश के लोगो में किसी ने यह अफवाह फला दी की इन खम्बो के साथ भारतीयों को बांध बांध कर मारा जाए गा सरकार ने विश्वास दिलाया कि यह आप के सुख सुविधा के लिए है फिर भी कई साल लोग ट्रेन पर चढ़ने से डरते रहे और पैदल ही चलते रहे  conclusion जितनी जल्दी हो हमे सचाई की खोज करनी चाहिए ताकि कोई नुकसान न करदे ।

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