सादगी या सादा जीवन(simple life)


कहावत है सादा जीवन उच्च विचार,तो फिर सादे जीवन की परिभाषा  में उन को क्यों confusion रहता है सादा जीवन किसी को कोठी बनाने से थोड़ा मना करता है या कम  पढ़ाई करने में कहता है या राजा बनने से रोकता है बल्कि सादा आदमी इन सब को जल्दी प्राप्त कर लेता है कारण सादगी बंदे में ज्यादा काम करने की इच्छा पैदा करती है सादा आदमी की ये पहचान होती है वह छोछे या पेरावे आदि की सुंदरता से बुधु नही बनता वह सोचता है सुंदर वह जिस के काम सुंदर होते है वह बंदे के गुणों को महत्व देता है ऐसा सादा आदमी  सादे कपड़ों में भी महान लगता है उस का सोचना है की कपड़े साफ सुथरे पहनने चाहिए डिज़ाइन का इस में कोई उपयोगिता नही है आप ने कई बड़े लोगो मंत्रियों को पजामे कुर्ते में  भी देखा हो गा इब्राहिम लिंकन अमरीका का साबका राष्ट्रपति जो एक लकड़ी काटने वाला लकड़हारा था बिल्कुल सादा आदमी परंतु उस की दृढ़ता देखिए राष्ट्रपति बनने के लिए उस ने 52 chances तक हिम्मत रखी 

              सादगी में कोई खर्च भी नही होता इसलिए यह लोगो के ध्यान में नही रहती गांवो में देखा है सादा आदमी अपने सारे काम अपनी साइकिल से कर लेता है कार वाला शर्म करता बैठा रहता है फिर कार को पेट्रोल भी चाहिए और गाड़ी के सारे कागज पत्र साइकिल को कुछ नही चाहिए समय भी बचा और पैसा भी बचा और साइकिल ने Health को भी ठीक रखा यह एक उधारण मेरा अपना तुजरब्बा है आप लोगो को मत सुनिए लोग क्या कहेंगे,कहने दो,यही लोग 5साल के बाद कहेंगे मुझे डॉक्टर ने साइकिल चलाने की सलाह दी है फिर अच्छी आदत बनाने का समय निकल चुका होगा conclusion कम से कम retired आदमी को साइकिल  रखना चाहिए और समाज में सादगी को बड़ाना चाहिए ।

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