सास बहु (Mother in law vs daughter in law)
वैसे ना चाहते हुए भी मैं इस ब्लॉग को लिख रहा हु सोचा मुझे अपने विचार लिखने चाहिए सास बहू का रिश्ता समाज में बहुत बदनाम है कुछ प्राचीन समय से बदनाम है कुछ अभी TV वालो ने इस को बड़ा चढ़ा कर इस का तमाशा बनाया हुआ है और हर जमाने में ऐसा हो चुका है मैं सोचता हूं इस जमाने में तो लोग पढ़े लिखे हैं सास भी पढ़ी लिखी है बहु तो उस से भी अधिक पढ़ी होती है फिर भी समस्या बाकी है बाहर देशों में इस रिश्ते से कोई लेना देना होता ही नही अपना अपना करो लेकिन वहा तलाक हर रोज,वहा मिया बीबी लड़ते रहते हैं वहा 50%तलाक हो जाते है हमारे देश में तलाक 1%से भी कम होते है एक गांव में 2500की आबादी में 10,बच्चे का तलाक देखने से मिलता है लेकिन सास बहु का झगड़ा 50%घरों में होता है सास बहू चाहे अमीर हो चाहे गरीब सब में देखने से मिलता है श्रीमती इन्दिरा गांधी का अपनी बहु मेनका जी से हो गया था जब वह देश की प्रधान मंत्री थी उन दिनों मैने अखबार में पढ़ा था कारण कोई भी हो सवाल ये है मां और लड़की का ऐसा क्यों नही होता क्या mother के पास दो समाज होते है जो अलग अलग सोच बनाते हैं लड़कियां लाडलीया और बहु छुरियां, के लिए नफरत यह 50% आज भी है यह फिर भी होता है जब की मां को अपने बेटे से अधिक कुछ नही चाहिए तब बेटे का घर की चिंता कहा चली जाती है
रास्ता क्लियर है अगर मिया बीबी राजी तो क्या करेगा काजी, फिर छोटा मोटा मन मुटाव ही होगा लेकिन अगर पति लाइलाग मतलब पति किसी दुसरे के दिमाग पर चल रहा है तो घर बर्बाद उसी का होना है अगर पति आलसी है फिर तो जायदाद की लड़ाई लड़ेगा अगर घर का आंगन एक ही रहेगा तो लड़ाई भी सारी उम्र की होगी चाहे परिवार कितना भी अच्छा हो धर्म कर्म तो यही होता पति पत्नी किसी लोभ लालच में न आए चाहे माता पिता कितने भी अच्छे हो अपने पैरो पर होना सीखे Generation gap का कारण भी सही नही लगता जब पति कामचौर हो गा तो कब तक मां बाप जिमेवारी निभा सकते है आलसी लोग हर जमाने में हुए है दुसरा मां बाप का पुत्र मोह भी रुकावट होता है इस का एक रास्ता जो समाज में सफल हो चुका है समय से घर से seperate हो जाए चाहे गरीब हो या अमीर हो चाहे मां बाप कितने भी अच्छे हो wait ना करे आप के दुर होने से प्यार बडेगा ना की घटे गा Mother को भी चाहिए हुक्म चलाने का हॉबी न रखे जमाने के साथ बदले नही तो पुरा परिवार नर्क बन जाएगा बहु को समझना चाहिए समाज पढ़ाई से नही चलता समाज अच्छे ववहार से चलता है परमात्मा ने औरत और मर्द को बनाया था बच्चो को जन्म देने के लिए संसार को चलाने के लिए अभी कोई बहु बोले मैं तो बच्चो को जन्म नही देना फिर तो परमात्मा का सीधा सीधा disobey करना होगा और पाप होगा बहु घर की जड़ होती है जो खानदान को आगे बढ़ाती है ।
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