धर्म(religion)

Religion

  धर्म का अर्थ धारणा या सोच,धर्म हमारी आत्मा की खुराक होते हैं और कसरत हमारी शरीर की खुराक होती है हर धर्म अपने बंदे को अन्दर से मजबुत करता है धर्म हमे बहादुर भी बनाते है धर्म हमदर्दी भी उपजते है धर्म हमारी आन शान का प्रतीक होते है धर्म हमे जीवन जांच सिखाते है कैसे जीना है हमारी शादी के पवित्र बंधन में धर्म हमे अपनी पत्नी के प्रति वफादार रहने की प्रेरणा देते हैं अपने पवित्र ग्रंथो के सामने हम कसमें उठाते है अपने देश कौम की रक्षा करेगे,हमारे मंदिर गुरुद्वारे चर्च मस्जिद पुजा पाठ के माध्यम से हमे सुबह शाम शांति प्रधान करते है जिस से हमारा Blood pressure स्थिर रहता है वरना देश में पागलखानों की संख्या बड़ सकती है आत्मिक शांति सिर्फ और सिर्फ हमारे धार्मिक स्थल से प्राप्त होती है इस के लिए अभी तक कोई medicine नहीं बनी और न ही कोई इंजेक्शन अभी तक बना जो हमे आत्मिक शांति प्रधान कर सके 

            जब धर्म का कंट्रोल  राजा रानी या सरकारी के हाथ आ जाता है तो अध्यन करने से पता चलता है दुनिया में 70% खून खराबा धार्मिक कट्टरता की वजह से हुआ सरकार अपनी वोट बैंक को बढ़ावा देने के लिए धार्मिक पता खेलती हैं वे लोगो को भड़का कर लड़ाकर  उन की जान को खतरा बता कर अपनी और कर लेती है ऐसे लाइलाग लोगो की कमी नहीं होती इस से समाज में नफरत फैलती है और खून खराबा शुरू हो जाता है 1947 में लाखो लोग धार्मिक नफरत की वजह से मारे गए और धर्म के नाम पर देश बना, सैकड़ों उधारण हैं ऐसे लगता है धार्मिक लाबास में ये सब लोग धर्मी नही होते अधर्मी होते है  धर्मी आदमी की परिभाषा होती है Hard worker और Honest और जो दयालु होता है परमात्मा खुद उस के पास चल कर जाता है इन धार्मिक ठेकेदारों की जरूरत नहीं होती परमात्मा का नाम मुफ्त में मिलता है कोई eligiblity नही होती।









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