हमदर्दी (Sympathy)

Sympathy

 हमदर्दी एक तरस करने जैसा ही व्यवहार होता है मोह ममता अधिकतर अपनो के साथ होती है लेकिन हमदर्दी दुश्मन के लिए भी होती है हमदर्दी पशुओं के साथ भी होती है हमदर्दी दुख सुख का ही नाम होता है हमदर्दी temporary होती है इस का लक्ष्य गिरे को उठाना होता है किसी को केवल जुबानी हमदर्दी की ही जरूरत होती है किसी को दोनो पैसे और physical मदद की जरूरत हो सकती है जिस इंसान में हमदर्दी अधिक होती है वह एक अच्छा इंसान होता है हीनभावना के कारण लोग अपने लक्ष्य से भटक जाते है और काम करना बंद कर देते है तो चारोतरफ से समस्या से घिर जाते है आलसी लोग जीवन में असफल हो जाते है किसी लड़ाई झगडे में भी जीवन derail हो जाता है कभी कभी कुदरती आपदा भी आ जाती हैं जैसे भुचाल साइक्लोन महामारिया आदि अपनी चादर से बाहर जा कर खर्च या कर्जा भी आप को मुसीबत में डाल सकता है ये सब कारण हमदर्दी को जन्म देते है हमदर्दी और प्यार की मंजिल एक ही होती है 

               हमदर्दी और तरस धार्मिक लोगो का धर्म साधन होता है वह पहल के आधार पर इस कार्य को करते है हमदर्दी बार बार एक ही इंसान पर नही होती हमदर्दी सच्चे आदमी की और तेजी से कार्य करती है किसी कातल के साथ हमदर्दी बिलकुल नहीं होती बच्चो में हमदर्दी नही होती सुंदर औरत में हमदर्दी नही होती ऑफिसर में हमदर्दी नही होती हमदर्दी में इंसान का blood pressure सही रहता है हमदर्दी की भावना आने पर शरीर में एनर्जी बड़ने लगती है दर्द, हमदर्दी को ही बताया जाता है किसी के दुख में शामिल होने से अपने दुख भी हल्के हो जाते है इसलिए हमदर्दी का भी भला होता है पंजाबी में गीत है ,कोई दर्दी दिसदा ना में कीनू दिल हाल सुनावा,किसी बिछोडे में दर्दी की बहुत आवश्कता होती है पत्नी के लिए अपने पति का बिछोडा अधिक तरस वाला होता है पति का कोई बदल नही होता इसलिए हमदर्दी ही उस की एक मात्र दवाई होती है।



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