जवानी(youth)
जीवन की तीन अवस्था stages होती है बचपन,जवानी और बुढ़ापा इन में जवानी की अवस्था एक यादगार मनमोहक होती है जवानी दिवानी भी बोला जाता है वैसे जवानी गलतियों का नाम होता है इस अवस्था में गलतियां माफ़ भी जल्दी हो जाती है इस अवस्था में जोश होश में नही होता चाहे वह लड़की हो चाहे वह लड़का हो जवानी उस वक्त मुसीबत बन जाती है जब जवानी केवल इश्क को पसंद करती है जिस से समाज के नियमो को चोट पहुंचती है समाज उस जवानी पर भड़क उठता है,बच्चे की जवानी का positive लाभ कैसे उठाना है ये मां बाप को पता होता है बच्चे को नही पता होता लेकिन मां बाप लड़की के मामले में तो अलर्ट देखे जाते है परंतु लड़के के मामले में चुप रहते है यही सोच आगे खानदान को बदनाम कराती है जवानी की गलतियां को सब माफ करना ही सही समझते है लेकिन इस के side affects शादी के समय पड़ते है समाज इन को रिश्ता नही देता खासकर के लड़की के मामले में तो बड़ी समस्या आ जाती है लड़की को अच्छा घर नही मिलता बेशक प्यार करना परमात्मा की देन है प्यार करना बुरी सोच नही है परंतु जब यह सीमा से बाहर हो जाता है तो बच्चे आत्महत्या तक कर लेते है
जब बच्चे अपनी जवानी को education में खर्च करते है तो उन के सामने बड़ी से बड़ी डिग्री भी छोटी बन जाती है अगर बच्चे जवानी की अवस्था को किसी competitive exams जैसे IAS etc में लगाए तो वह भी उस को आसान लगता है,army तो बनती ही जवानी से इसीलिए इन को जवान बोला जाता है गीत में बोला जाता है तीन रंग नही लभने हुस्न,जवानी मापे आखिर सुंदरता, जवानी और मां बाप सदा हमारे साथ नही रहेंगे जितना अधिक इन से सीख ली जाए वही हमारे लिए वरदान है conclusion आप कस्म उठाओ शादी के बाद जवानी वाली कोई गलती न हो वरना जीवन बर्बाद हो जाएगा
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