दिखावा(artificial show)

Extravagances

 किसी दिखावे से अगर कोई postive प्रेरणा मिलती हो दिखावा होना चाहिए तब हम उस के demo से कुछ सीख सकते हैं बड़ी बड़ी कंपनी हर साल दिल्ली के प्रगति मैदान में बड़ा  exsibition मेला लगाती हैं कई देशों के लोग इस में भाग लेते है जिस से youth को इंडस्ट्रियल manufacturing के बारे में पता लगता है उस वस्तु से लोगो का introduction होता है एक दुसरे के साथ लिंक बनता है जिस से व्यापार बड़ता है और देश की income में भी बड़ोती होती है खेतीबाड़ी Universities भी हर नई टेक्नोलॉजी को लोगो के सामने रखती है नए नए बीज कीड़े मार दवाइया औजार आदि सब दिखावा करती है जो की किसानों के लिए लाभदायक होता है mobile और Tv पर खुब advertisement हो रही है ताकि हर नई चीज की जानकारी लोगो तक पहुंचे सोशल मीडिया तो दिखावे के fair और unfair सब को बिना किसी डर के पेश कर रहा है दिखावा ही उस का एक मात्र कमाई का साधन है मनोरंजन तो बनता ही दिखावे से,मनोरंजन हमारे दिल मन की खुराक होता है इस की पेशकारी प्यार को जगाती है जिस से हमारी health fit रहती है Music टेंशन को कम करती है यह भी दिखावे के सिद्धांत पर चलती है 

              आज के युग में झुठा दिखावा,फौकी शोरत इंसान को आर्थिक तौर पर कमजोर कर रही आप सोचिए सोने को अपने दिखावे की कोई आवशकता है, नही होती ऐसे ही किसी सच्चे को झुठ का डर नही होता ऐसे ही कोई शादी बड़ी छोटी नही होती अगर एक आदमी अपनी लड़की की शादी 5लाख में करता है दुसरा 50लाख में दिखावे के लिए, क्या इस से बच्चे अकलमंद बन जायेंगे अकलमंद तो आदमी ठोकरे खाने के बाद बनेगा इस लिए पैलेस में दिखावे के पकवान दिखावे की फोकी शोरत करने से कुछ हासिल नहीं होने वाला शादी में intertainment को मानते है यह बच्चो के लिए यादगारी होना चाहिए बाकी फजुली खर्चे, दहेज, महंगी कारें आदि सब समाज का नुकसान कर रही हैं दिखावा अच्छाई का होना चाहिए बुराई का नही घर में अधिकतर 4 मेंबर का परिवार होता है इस के लिए आप 5लाख की कार भी काफी होती है 15लाख की कार  रखने से अगर उम्र में बडोतरी होती हो फिर तो हो सकता है कोई logical बने महंगी कारे रखने से चलो उम्र बड़ रही है परमात्मा के पक्के मित्र बन सकते हैं परंतु यहां तो बैंक की बड़ी किश्ते बच्चो की पढ़ाई का पैसा कम कर के देते हैं ये तो अकलमंदी नही है दिखावा होता है, ऐसे कई उधारण जीवन में मिलते है हद तो उस वक्त दिखावे की पार हो जाती है जब लोग दारू की बोतल का भी दिखावा करते हैं मतलब तो नशा करने से होना चाहिए नशा ram की बोतल में अधिक होता है बजाए तीन गुणा महंगी whisky की bottle से conclusion अगर आप ने कोई दिखावा करना चाहते हो तो आप तंदुरुस्त रहने का करो असली इंसान की शोरत होती है आप को खुशी मिलेगी परमात्मा भी दिखावे से नफरत करता है

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