गुरुवाणी (Gurwani)
ऊपर लिखी पवित्र पंक्तियों का अर्थ दारू या नशे करने से परमात्मा से दुरी बड़ती है अर्थात नसेड़ी परमात्मा को भुल जाते हैं और अपने जीवन को नर्क बना लेते हैं ऐसे लोगो को परमात्मा की दरगाह में भी सजा मिलती है
मैं खुद दारू को मई 2011में छोड़ दिया था छोड़ने के बाद लोगो का रिश्तेदारों का और घर से बहुत प्यार मिला है शांति मिली है इस के बाद बहुत कमाई की है Health भी खुश है परमात्मा की कृपा है । वरना शराब मुझे अभी तक मार देती
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