प्रजातंत्र सरकार(DEMOCRACY)
प्राचीन काल में एक ही प्रथा थी जिस की लाठी उस की भैंस अर्थ जो राजा बहादुर होता था वह दुसरे की रियासत पर कब्जा कर लेता था, 1526AD में बाबर के आने से पहले हिंदुस्तान में 360 रियासत थी सब एक दुसरे से लड़ती रहतीं थीं कभी भी इन मे एकता का ध्यान नहीं आया पानीपत की तीनो लड़ाइयां में हार का कारण एकता का ना होना था हिंदु राजो की कोई कमी नही थी परंतु सब अपने पारिवारिक ठाठ बाठ को खोना नही चाहता था guru Gobind Singh Ji ने निस्वार्थ हिंदु एकता का अमृत पिलाया यहां भी हिमाचल के 22राजे मुगलों से जा मिले गुरुजी ने जुल्म के साथ जंग जारी रखी 16में से 14 लड़ाइयो को मुगलों से जीता था उस ने अपने एक सिख को सवा लाख से लड़ने का नारा दिया था तब जा कर हिंदू सिख धर्म जीवत रहने के काबिल बने रहे वरना औरंगजेब चाहता था यहां केवल इस्लामिक सरकार हो आज देश में प्रजातंत्र है अर्थात लोगो की सरकार है प्रजातंत्र में सरकार लोगो की,लोगो के लिए और लोगो द्वारा चुनी जाती है अगर कोई मंत्री या प्रधानमंत्री काम करना बंद कर देता है तो लोग उसे बदल देते है हर 5 साल बाद चुनाव होता है...
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