आंसु (Tears)
Science की माने तो आंसु तीन प्रकार के होते है Basal,reflex and emotional हम यहां इमोशनल अंसुओ की बात करेगे अगर छोटे बच्चो को देखे तो छोटी छोटी बात पर आंसू बहाते रहते हैं कुछ और छोटे kids की बात करे तो वह भूख के कारण रोते है क्यों की वह बोल नही सकते वरना मां को पता नही चलेगा छोटे kids बच्चो का रोना उन की हेल्थ के लिए अच्छा होता है रोने चिलाने से छोटे बच्चो को growing में मदद मिलती है उन के शरीर की excercise होती रहती है लेकिन जब बड़े लोग रोते है तो उस की चोट आत्मा में पड़ती है बड़े लोग बड़े दुख में रोते है या फिर कोई शरीरक दुख या चोट के कारण रोते है लेकिन जब एक तंदुरुस्त आदमी जब इमोशनल हो जाता है तो उस की आंखों से आंसू बहते है इमोशनल होने के कारण खुशी गमी दोनो हो सकते है लेकिन जब किसी मां का एक ही पुत्र होता है उस की नजरे उम्र भर उस की और रहती है परमात्मा न करे उस की किसी वजह से मौत जाती है तो फिर ये आंसू पीछे मां की रक्षा करते है उस के दुख को मानसिक बैलेंस देते है कभी कभी ऐसा देखने को भी आता है अधिक रोने से आंखे लाल हो जाती है और आंसू आने बंद हो जाते है डॉक्टर मां को नींद की गोली दे कर सुला देते है
आंसु मर्दो की अपेक्षा औरतो को अधिक आते है कारण औरते किसी क्रूरता को अधिक सहन नही कर सकती और दुख में मानसिक तौर से मर्दों की तुलना में स्ट्रेस में आ जाती है वरना समाज के कार्यों में औरते बच्चो की देखरेख में आगे होती है कुछ पत्थर दिल भी होते है जिन को आंसू आते ही नही ऐसे लोग कठोर नेचर के माने जाते है आंसू इंसान के मित्रता के प्रतीक होते है conclusion आंसू एक नेचुरल मेडिसीन है जो आंखो की देखरेख के इलावा हमारी मानसिक प्रोब्लम को कम करते है एक दूसरे में सहनुभूति बांटते है आंसू इंसान की अंदरुनी भावनाएं प्रगट करते है आंसू मित्रता के प्रतीक होते है आंसु दुख से छुटकारा दिलाते है आंसु दया का सन्देश देते है
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