इंसाफ(justice)
बेइंसाफी या नाइंसाफी किसी की पसंद नही होती लेकिन इस के अमल में कुछ लोग कच्चे होते है लोभ में आ कर स्वार्थी हो जाते है इंसाफ के रास्ते से भटक जाते है इंसाफ और सच का गहरा रिश्ता होता है सच परम शक्ति होता है झुठ और बेइंसाफी का रिश्ता भी गहरा होता है बेइंसाफी झूठ से अधिक चुभती और दुश्मनी को बढ़ाती है हालाकि बेइंसाफी को रोकने के जिले में पुलिस स्टेशन,मजिस्ट्रेट जिला कोर्ट,हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट सब देशों में बने हुए है ताकि किसी के साथ बेइंसाफी न हो लेकिन इतना होने के बावजुद भी लोग दुसरे का हक छीनने में खुश रहते है लेकिन जब ऊपर वाले का डंडा मुंड में लगता है फिर ये लोगो को पता नही चलता अभी किधर जाना है कभी कभी कुछ ऐसे लोगो को मंदिर गुरुद्वारे में माफी मांगते देखा जाता है ऐसे परमात्मा किसी को माफ करने लगे तो फिर ये लोग बढ़ते ही जायेंगे और जुल्म करते रहेंगे कौरव पांडव में महाभारत का युद्ध बेइंसाफी को ले कर हुआ इतिहास के मुताबिक खून की नदियां बह गई थी कौरव पांडव आपस में चचेरे भाई थे लेकिन कौरव अपने भाईयो को रहने के लिए घर भी नही देना चाहते थे इतनी बेइंसाफी और बेईमानी का नतीजा ये हुआ की भगवान कृष्ण जी को बेइंसाफी के विरुद्ध जंग छेड़ने का अर्जुन को आदेश देना पड़ा आखिर सच की जीत हुई
छोटे लेवल पर किसी बटवारे में आप देखना चलाक आदमी दुसरे को बोले गा फलानी चीज को तु बांट दे तू घर में समझदार है आप नही बांटेगा कारण फिर उस को किंतु परंतु करने का मोका नही मिले गा मतलब vito करने का मोका नही मिलेगा इस जमाने में भी कौरव है जो हिसेदार भाई बहन प्रदेसी हैं या बाहर मुल्खो में काम कर रहे हैं उन को पीछे वाले मालिक ही नही समझते आप अखबार पड़ो NRI police station की रिपोर्ट देखो उन की प्रॉपर्टी पर कब्जे कर रखे है परमात्मा इन को माफ नही करेगा परमात्मा बेइंसाफी को कभी माफ नहीं करता इसे तो सांसारिक जज भी माफ नही करता परमात्मा तो एक महान जज होता है conclusion इन्सान को हमेशा सोचना चाहिए की अगर इंसाफ की कहचरी में पाप हो तो प्रजापति कौन बनेगा हमारे साथ कोई बेइंसाफी करे तो कैसा फील होगा जो चाहिए परमात्मा से मांगिए बिलकुल मुखत में मिलेगा ।
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