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बटवारा (Division)

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बटवारा एक शान्ति का प्रतीक होता है यह सगे भाइयों में भी होता है देशों  विदेशो में भी होता है 26 Dec 1991में  Russia जिस का नाम पहले USSR था 15 प्रान्तो में विभाजन हो गया था और USSR का नाम खत्म हो गया था अभी भी रूस USSR का 70%  RUSSIA के नाम से हैआज भी रूस में एक side में दिन और दुसरी side में रात होती है आप सोचिए कितना बड़ा ये मुल्क होगा बटवारा होने से शांति हो गई थी वरना हररोज आपस में झगड़े होते थे हमारे देश का 1947में बटवारा हुआ देश ने उनती की है चाहे बटवारा में खून खराबा बहुत हुआ  बटवारा आलसी आदमी नही चाहता Hard worker बटवारे को पसंद करते हैं सोचता है रोज रोज की लड़ाई क्या unity बना सकती है बटवारा होने से गुलामी से आजाद हो जाते हो और अपने परिवार  घर देश की नजदीक से रक्षा कर सकते हो आप business में पार्टनरशिप के झगड़े कोर्ट में जा कर देखो कितने चल रहे है जमीन की हिसेदारी बहुत खतरनाक होती है चाहे अपने सगे भाइयों में हो बाद में बच्चो को बहुत मुश्किल में रखती है बड़ी बड़ी कंपनी पहले सांझेदारी करती है बाद में झगड़ा दिखा कर लोगो का पैसा जब्त कर लेती है  साझेदा...

आलोचना (criticism)

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 आलोचना एक बुराई होती है अगर हम किसी को नीचा दिखाने के लिए करते है,समाज में अधिकतर जाने अंजाने हम किसी की आलोचना करते रहते है रिश्तेदार भी मौका मिलते ही एक दुसरे की नुक्कताचीनी करते रहते है औरते तो एक दुसरे रिश्तेदार के नुक्स निकालती रहती है औरते गलबात आलोचना को रोटी से अधिक समझती है दुसरा औरत मर्द से अधिक समय तक बोलने की क्षमता रखती है और सहनशीलता भी मर्द से अधिक रखती है दुख भी मर्द से अधिक सहन कर सकती है।चुगली निंदा और आलोचना अलग अलग होती है ज्ञान के साथ अगर हम किसी कॉमेंट की आलोचना करते है या किसी विषय पर शांतिपूर्ण ढंग से बहस करते है तो सचाई को ढुडने में इस से कोई और अच्छा रास्ता नही होता आप TV पर देखते है एक पार्टी दुसरी पार्टी की आलोचना करती रहती है किसी पार्टी ने कभी नही बोला यह गलती हमारी पार्टी की है वो तो अपनी पार्टी को चमकाने के लिए TV पर आते हैं देश को इस में कुछ फायदा नहीं होता  पार्लियामेंट में तो लड़ाई हो जाती है किसी आलोचना को लेकर फिर कानून साफ सुथरे कैसे बनेंगे लम्बी चौड़ी 2साल11महीने  18दिन बहस आलोचना सुनने के बाद हमारा संविधान बना था जो 26 जनवरी 1950 क...

इच्छा शक्ति(will power)

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इच्छा शक्ति वो शक्ति होती है जो बंदे में पेट्रोल जैसा काम करती है जिस बंदे की इच्छाएं मर चुकी है अभी उस से आप कोई उम्मीद नहीं रख सकते इच्छा शक्ति के कारण इंसान चंद्रमा से भी आगे जा चुका है विज्ञानिक  इच्छा शक्ति के कारण  हवाई जहाज internut और मोबाइल फोन आदि की खोज हुई है है उम्र के अनुसार इच्छा बदलती रहती है इच्छा किसी भी उम्र की हो इंसान को Healthy बना कर रखती है और खुश रखती है इच्छा पुरी करने के लिए आदमी मेलजोल रखता है और समाज में शामिल रहता है समाज के बिना भी इंसान जीवत नही रह सकता अगर रहता है तो वह विकास नही कर सकता इछाए हजारों प्रकार की होती है जैसा मन वैसा धन विधार्थी इच्छा शक्ति के कारण ही अच्छे Mark प्राप्त करता है प्रबल इच्छा वाला विथार्थी डॉक्टर engineer सब के सब exam पास कर लेता है अपनी इच्छा के अनुसार join करता है बिना इच्छा वाला विधार्थी कमजोर होता है दुसरे के कहने पर चलता है जिस से उस की अपनी अंदर की शक्ति का साथ नहीं मिलता तो वह भटकता फिरता है राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी के कारण देश गुलाम भी हो जाते है घर के छोटे छोटे काम के लिए हर रोज ताजी इच्छा शक्ति चाहिए घर ...

पापी(evils)

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पापी शब्द का प्रयोग हर घर में average हररोज एक बार होता है धार्मिक स्थानों पर इस शब्द के बिना सत्संग शुरू ही नही होता सवाल उठता है पापी की क्या eligibility है कितने पापो के बाद उस को पापी बोला जाए साबुत कहा से मिलेंगे High court या सुप्रीम कोर्ट साबुत मिलने पर दोषी बोलती है पापी नही बोलती केवल धार्मिक ग्रंथों में इस शब्द का प्रयोग  बहुत है गुरुवाणी 'पापी पाप कमानदया तेरा कोई न बेली यार" अर्थ पापी का भगवान भी मित्र नही होता अर्थात जो बंदा परमात्मा के या कुदरत के नियमो के उल्ट काम करे उसे पापी कहते है जो अमानवीय काम करे जो बहुमूल्य जीवन को बर्बाद करे अर्थात परमात्मा का धन्यवाद शुक्राना भी करना न जानता हो बेशुक्रा हो वही पापी होगा झुठी जुबान भी पापी है किसी का बुरा सोचना भी पाप है जीव जंतुओं को मारना भी पाप है जब हमे कोई मारे तो कैसा लगेगा यही feeling पाप है कसाई पशुओं जानवरो को हररोज मारते हैं क्यों की उन की feeling मर चुकी है और खाने वालों की भी feeling मर चुकी है ये लोग पत्थर दिल बन चुके है एक बंदे का कत्ल होने पर हाहाकार मचती है तो इन जीव जंतुओं के दुख की सजा कौन देगा परमात्म...

बाजार (markit or Bazar)

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 बाजार,जीवन और समाज का मुख्य साधन होते हैं और जीवन  का एक हिस्सा होते है हर एक वस्तु का उत्पादन घर पर नहीं होता परंतु हर वस्तु की आवश्कता जीवन में रहती है इन सब जरूरतो को एक जगह बेचने के लिए बाजारों का जन्म हुआ बाजार सिस्टम सदियों पुराना है हर जमाने में बाजार की जरूरत होती थी पुराने जमाने में मोबाइल बाजार होते थे सप्ताह के दिनों के नाम से इन के नाम को पुकारा जाता है हमारे यहां आज भी बुध बाजार भरता है यह बुधवार को लगता है इसलिए इस का नाम बुधबजार है लोकल govt इस को जगह allot करती है देश के पूर्व प्रान्तो में इन का आज भी बहुत प्रचलन है जो नाशवान वस्तुए जैसे सब्जियां आदि बहुत सस्ती मिलती है गरीब लोगो का ये मोबाइल बाजार मॉडर्न mal बजारो से अधिक संतुष्टि देते है खाने की वस्तुए अपने अपने सीजन के अनुसार ताजा होती है इन लोगो में इतना सबर संतोख ईमानदारी और दया भावना होती है की पंजाब से कोई खरीददार असम में नोकरी पेशे वाला, जो कोई visit यहां कर चुका है वह भुल नही सकता मैने यहां सब बाजार अपनी आंखों से देखे है और खरीददारी की है उन लोगो की लछमन रेखा कुदरत  से बाहर नहीं जाती, पैसा जीवन क...

अनुशासन(Discipline)

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on  अनुशासन की सरल परिभाषा यह एक डर ही होता है अनुशासन के बिना न कोई घर उन्नति कर सकता है और न कोई इंसान, कुदरत भी अनुशासन का पालन करती है आप सूर्य चांद आकाश धरती और हवा आदि सब के सब परमात्मा के हुक्म अनुसार चल रहे है न कभी सूर्य अपनी ड्यूटी से लेट हुआ और ना ही चांद धरती हवा, अगर हवा 2मिनट के लिए बंद हो जाए तो हम सब मर सकते है सांस कैसे लगेगा लेकिन ऐसा नहीं होता क्योंकि इनको परमात्मा का डर होता है परमात्मा एक ऑटोमैटिक शक्ति का नाम है धरती घुमती है यह सच है तभी दिन रात बनते हैं जो इसे घुमा रहा है उसी शक्ति का नाम रब भगवान ईश्वर अल्लाह और वाहिगुर है मौत से हम भी डरते है तभी हम समाज में प्यार से मिल कर रहते है जो आदमी परमात्मा का डर अपने दिल दिमाग में रखता है बहुत उन्नती करता है चाहे वह कोई मंत्री हो चाहे किसान मजदुर कर्मचारी अधिकारी,army तो बनती ही discipline से अपने सीनियर को सैल्यूट किया जाता है सीनियर के हुक्म पर कोई किंतु परंतु नही कर सकता स्कूल कालेज आदि सब discipline में रहना सिखाते है               Discipline से हमारा character बनता है c...

मेल जोल (cooperation)

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 मेल जोल एक प्यार का ही रूप होता है प्यार में जो ताकत होती है वह पहाड़ को भी समतल बना देती है मेल जोल आधान प्रधान से बड़ता है अगर आप किसी को दिल से cooperate करते हो वह भी आप को वापसी में करेगा अगर आप खुदगर्जी या अपने मतलब को ध्यान में रख कर ही मेल जोल रखते हो तो उस से आप के जीवन में किसी से कोई लाभ नहीं मिलने वाला मेलजोल की हर जगह जरूरत होती है चाहे आप किसी नौकरी में हो चाहे आप बिजनेस करते हो यहां तक की जिस घर में मेलजोल नही होता वह घर भी उन्नति नहीं कर सकता देश को भी जानता के सहयोग की आवश्कता होती है मेलजोल एक तरफा नही हो सकता दोनो पार्टी मिल का चलना पड़ता है अच्छे मेलजोल से भाईचारक सांझ बड़ती है आपसी प्यार में बड़ोतरी होती है इजराइल और फिलस्तीनी में धार्मिक मेल जोल ना होने से रात दिन खून खराबा हो रहा है महाभारत का युद्ध भी family cooperation ना होने की वजह थी  अफगानी स्तान में कट्टरवादी मेलजोल बड़े ऊंचे दर्ज का होता है जिस का नतीजा हुआ अमरीका भी उसे जीत नही सका 20साल यहां बैठा रहा  इस पहले रूस  20साल अफगानिस्तान में लड़ता रहा कुछ हासिल नहीं हुआ History अध्यन करने ...