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अक्तूबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नफरत (Hatred)

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 नफरत एक बुराई होती है nagative होती है यह शेतान लोगो की सोच होती है जब बंदा life struggle को सही नही मानेगा तो वह नफरत ही करेगा क्यों की वह आलसी है दुसरे की devolvement से ईर्षा करेगा, ये एक तंगसोचऔर बेवकूफ इंसान का काम होता है,होना तो ये चाहिए की वह उस से सीखे उस को follow करे उस से प्यार करे मदद मांगे जैसे सब अच्छे लोग करते है नफरत और प्यार दोनो इकठ्ठे नही चलते, प्यार में नफरत से 10 गुणा अधिक ताकत होती है प्यार एक ऐसी ताकत है जिस से आप बड़े बड़े task को जीत सकते हो और नफरत में आप दुश्मन ही बना सकते हो किसी को मित्र नही बना सकते नफरत से खुद का नुकसान होता है जब नफरत का लेवल बड़ता है तो यह आप को जेल में भी रख सकती है           आजकल धार्मिक नफरत का बोलबाला पुरी दुनिया में चल रहा है धर्म के ठेकेदारों ने इसे वोट बैंक से भी जोड़ दिया है अंदर से ये लोग खुद राजे बनना चाहते है बाहर से धर्म के वफादार संत दिखाई देने का ढोंग रचते है आप इतिहास पढ़े तो पता चलता है 70% खुनखराबा धार्मिक नफरत से हुआ है तु छोटा मैं बड़ा, राजनीतिक पार्टियां धार्मिक पता खेलती है और वोट...

शमशानघाट(cemetery)

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 समंदर, नदी, नालो और गांवों के तलाबो के किनारों को घाट कहा जाता है प्राचीन समय में ये घाट नहाने धोने के घर के सारे काम यही पर होते थे है गांव के अपने घाट होते थे कारण साफ है सफाई के काम में पानी की आवश्कता होती है आज भी है धोबी का काम तो घाट बिना चल ही नही सकता इस लिए उस के नाम से धोबी घाट बन गया ऐसे ही एक नाम शमशान घाट या मुर्दा घाट भी बन गया जहा मुर्दो का संस्कार होने लगा हिंदू रीत के अनुसार शमशान घाट नदी के किनारे होना चाहिए और गांव से दुर होना चाहिए हिंदुस्तान का सब से बड़ा शमशान घाट बनारस  में गंगा नदी के किनारे है और हरिद्वार का पवित्र घाट भी नदी के किनारे है जहा भी कोई नदी नजदीक से गुजरती है उस गांव या शहर का घाट उस नदी के किनारे होता है यह एक नेचुरल विदाई  मृतक के लिए होती है              आजकल शमशानघाट हर गांव और हर शहर के अपने अपने बन चुके है 70% देश के शमशान घाट इतने सुंदर है देख कर किसी marriage palace में confusion पैदा होता है इन के अंदर लोगो के बैठने के लिए,पूजा के लिए, सुंदर कमरे जिन में AC आदि लगे हुए है यहां पर बैठा इंसा...

बुढ़ापा (older)

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 जो भी इस दु निया में, हर इंसान को नजर आता है वह नाशवान है उस ने अपनी बारी आने पर लुप्त हो जाना होता है चाहे वह इन्सान है चाहे वनस्पति, समंदर और पहाड़ ,जीव जंतु, पशु पक्षी, देवी देवते, पीर पैगम्बर,राजे महाराजे, गरीब अमीर सुन्दर करूप और धरती, ग्रह मण्डल सब ने अपना समय पूरा कर के खत्म होना ही है केवल परमात्मा जो अमूर्त है उस ने हमेशा रहना है परमात्मा सदा बहार है इंसान को अपने अंत समय से पहले तीन स्टेज से गुजरना पड़ता है जन्म जवानी और बुडापा कितनी उम्र होगी ये उस इंसान की हेल्थ उस की सांभ संभाल के उपर निर्भर करता है बुडापा कैसा हो गा ये उस के जीवन में किए कर्मो पर निर्भर करता है अगर वह एक hard worker, ईमानदार सुझवान और परमात्मा का प्रेमी था 99% उस का बुडापा उस का आखिरी वक्त खुशी में गुजरे गा इस में कोई दो राय नहीं है          देखने में आता है बुडापा भी किस्मत वाले को मिलता है वरना बुडापे से पहले ही मृत्यु हो जाती है,कई लोग बोलते है बुडापा आता चुप कर के लेकिन जाता हैं चिल्ला चिल्ला के  सब के साथ चाहे ऐसा नहीं होता पर कुछ के साथ ऐसा जरूर होता है उस की histo...

अम्ली (addicted)

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 अमली की परिभाषा बहुत आसान है जो अमल करता है उसे  अमली कहते है जो नही करता उसे सज्जन सुझवान बोल देते है जो परमात्मा का नाम जपता है उसे श्रद्धालु और भगत बोल देते है जो जुल्म करता है उसे जुल्मी बोल देते है जो भेड़ बकरियां को काटता है उसे कसाई बोल देते है उस के काम को देख कर उस का शॉर्ट नाम दे दिया जाता है फिर समाज में इन को उसी नजर से देखा जाता है लेकिन अमली इन सब में खतरनाक habit आदत का नाम है जिस का मतलब सिर्फ और सिर्फ नशा खाना होता है नशा शराब,फीम, गांजा डोडे और नशीले powder कैप्सूल नशीले इंजेक्शन आदि का सेवन करना धीरे धीरे वह पक्केअमली के मुकाम पर पहुंच जाता है फिर नोबत यहां तक आ जाती है उस को सड़को से उठा घर रस्सी से बांध कर रखना या उसे हस्पताल में दाखिल करवाना पड़ता है हस्पताल में उस के साथ घर का एक member साथ चाहिए वरना उसे हॉस्पिटल में कोई दाखिल नही करता क्यों की ये मानसिक रोगी बन चुके होते है किसी दुर्घटना को इंजाम दे सकते है       अभी सवाल ये उठता है इस को अमली बनाने में मां बाप जिमेवार हैं या इस की संगत,या स्कूल कॉलेज आदि सब से अधिक जिमेवार कौन है,...

आंसु (Tears)

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 Science की माने तो आंसु तीन प्रकार के होते है Basal,reflex and emotional हम यहां इमोशनल अंसुओ  की बात करेगे अगर छोटे बच्चो को देखे तो छोटी छोटी बात पर आंसू बहाते रहते हैं कुछ और छोटे kids की बात करे तो वह भूख के कारण रोते है क्यों की वह बोल नही सकते वरना मां को पता नही चलेगा छोटे kids बच्चो का रोना उन की हेल्थ के लिए अच्छा होता है रोने चिलाने से  छोटे बच्चो को growing में मदद मिलती है उन के शरीर की excercise होती रहती है लेकिन जब बड़े लोग रोते है तो उस की चोट आत्मा में पड़ती है बड़े लोग बड़े दुख में रोते है या फिर कोई शरीरक दुख या चोट के कारण रोते है लेकिन जब एक तंदुरुस्त आदमी जब इमोशनल हो जाता है तो उस की आंखों से आंसू बहते है इमोशनल होने के कारण खुशी गमी दोनो हो सकते है लेकिन जब किसी मां का एक ही पुत्र होता है उस की नजरे उम्र भर उस की और रहती है परमात्मा न करे उस की किसी वजह से मौत जाती है तो फिर ये आंसू पीछे मां की रक्षा करते है उस के दुख को मानसिक बैलेंस देते है कभी कभी ऐसा देखने को भी आता है अधिक रोने से आंखे लाल हो जाती है और आंसू आने बंद हो जाते है डॉक्टर मां को न...

गलती (mistake)

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 जन्म पर हम कोरे कागज की तरह साफ होते है जन्म के बाद  कुछ साल हम अपने मां बाप से सीखते है फिर स्कूल से और फिर कालज और यूनिवर्सिटी से सीखते रहते है इस के साथ साथ हम अपनी आंखों कानों और मुंह से भी सीखते रहते है या यूं कहें सारी उम्र हम सीखते रहते है इन सब से सीखने के बाद भी हम कच्चे रहते हैं, पक्के बनते है जब हम अपनी गलती से सीखते हैं या यू  कहें जो हमे हमारी गलती हमे सीखा जाती है वह कोई नही सीखा सकता हमे अपने धर्म गुरुओं से सीखा भी  भूल जाता है लेकिन अपनी गलती से सीखा हुआ हमे कभी नही भुलता कारण दिमाग नफे नुकसान का हिसाब रखता है और जब नुकसान होता है वह दिमाग में प्रिंट हो जाता है अगर आप गलती के कारण जेल जा चुके हो तो फिर वह आत्मा में भी प्रिंट हो जाता है अभी आप मरने तक गलती से मिला सबक याद रखोगे और रखना भी चाहिए एक सस्ते में आप उस्ताद बन गए गलतियां केवल नुकसान ही नही करती बल्की मौत का कारण भी बन जाती है                 कुछ गलतियों में माफी कम होती है या फिर होती ही नही जैसे बिजली के मामले में, कई गलतियां बंदे को डिप्रेशन में...

दुआ और बदुआ (will vs curse)

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 दुआ और बदुआ परमात्मा के दरबार में इतनी गति से पहुंचती है की हमारी कोई प्रार्थना या अरदास भी पीछे रह जाती है दुआ लेने वाला रातोरात फलनेफुलने लगता है और बदुआ वाला रातों रात गलने लगता है यह हर सीनियर सिटीजन का पक्का तुजरब्ब है दुआ और बदुआ देने वाले की आत्मा की आवाज होती है  जिस को वह या तो बहुत खुशी में और पुर्ण सचाई से  दुआ देता है या कोई बहुत दुखी हालत में जिमेवार आदमी को बदुआ देता है जब पानी उस के सिर के ऊपर से जाता है जब पूर्ण सच होता है तो परमात्मा इसे काबुल कर लेता है बदुआ लेने वाला सामने नजर आता है आखिर में  ये लोग गुरुद्वारे ओर मंदिर मस्जिद में माफी मांगते  भी देखे जाते है लेकिन परमात्मा माफ नही करता पर उस को सजा काटने के लिए हिम्मत दे देता है अर्थात रास्ता दिखा देता है             लोग कहते  बोलते सुने जाते  हैं फलाने आदमी के ऊपर परमात्मा की बहुत कृपा है मतलम लोगो की दुआएं साथ है आदमी चल रहा है अपनी कामयाबी के रास्ते पर  किसी संत  के वचनों में कोई gaurntee है या नही है परंतु किसी की ली हुई दुआ आप की जी...

अज्ञानता(Darkness blindness)

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 अज्ञानता(Darkness blindness) अक्तूबर 23, 2023 Cheater महात्मा बुद्ध जी लिखते है अज्ञानता के कारण लोग दुखी होते है वास्तव में अज्ञानता एक अंधेरे के समान है एक अंधे के समान ही होता है पढ़े लिखे लोग भी इस में शामिल होते है अज्ञानी का मतलब कोरा अंधविश्वासी आप ने देखा कितने चालाक झूठे संतो ने पड़ी लिखी लड़कियों को अपने जाल में फंसाकर कर उन के साथ रेप कर रहे थे जो आज जेल में बैठे है परमात्मा भला इन ठगो का नोकर है जो ये हुक्म करेगे वही होगा परमात्मा ही एक ऐसी ताकत  नाम है जो मुखत मे मिलता है वरना दुनिया मैं अभी मिटी भी बहुत महंगी मिल रही है परमात्मा का नाम जपने के लिए कोई elegibilty नही होती परंतु ये अज्ञानी कब समझेंगे ये ठगो का काम हर फील्ड में होता है लोग कब ज्ञनी होगे जब वो ये समझ लें हमे अपनी मानसिकता को ताकतवर बनाना है इस के लिए अगर आप की पढाई रोशनी नही दे सकी तो आप किसी psychiatric अथवा दिमाग के डॉक्टर के पास जाना चाहिए आप उस की counciling से ज्ञनी बन सकते हो              आप ने कभी देखा है कोई काम बिना करने से या अपने आप हुआ है,नही हुआ काम तो...

कट्टरवादी (Radical)

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जन्म से कोई कट्टरवादी नही होता जैसी संगत तैसी रंगत वाली कहावत यहां ठीक बैठती है,कट्टरवादी का अर्थ पत्थर पर लकीर कुछ भी हो पुरानी idiology ही सब से अच्छी है हो सकता है old is gold परंतु जमाने के साथ न बदलना भी बंदा अकेला पड़ जाता हैं वैसे भी किसी सोच में निम्रता ना होने से उस का  विकास रुक जाता है,कट्टरवादी सोच अधिकतर धार्मिक मसलो में देखने को मिलती है इस सोच का मतलब अधिक सेअधिक राजनीतिक ही होता है कहने और करने में ये लोग धार्मिक दिखाई देते है आप सोचिए हजारों बेकसूर लोगो को मार कर बंदा धार्मिक नही हो सकता गुनागार होता है कट्टरवादी सब से पहले अपना अलग राज्य चाहते है फिर अपने ही लोगो को गुलाम बनाते है और उन की आजादी को नष्ट करते है धर्म के नाम पर पाप करते है इन को क्या कहिए धर्मी या अधर्मी वास्तव में धर्मी लोग वो है जिन्होने मोबाइल, टीवी, हवाईजहाज रेल, बस, कार आदि की खोज की है ये लोग सच्चे सेवादार है इतिहास लिखता है हिटलर की कट्टर सोच की वजह से एक करोड़ लोग मारे गए आखिर उस को आत्महत्या करनी पड़ी              अगर आप इतिहास को सही से अध्यन करे तो पता च...

अज्ञानता(Darkness blindness)

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महात्मा बुद्ध जी लिखते है अज्ञानता के कारण लोग दुखी होते है वास्तव में अज्ञानता एक अंधेरे के समान है एक अंधे के समान ही होता है पढ़े लिखे लोग भी इस में शामिल होते है अज्ञानी का मतलब कोरा अंधविश्वासी आप ने देखा कितने चालाक झूठे संतो ने पड़ी लिखी लड़कियों को अपने जाल में फंसाकर कर उन के साथ रेप कर रहे थे जो आज जेल में बैठे है परमात्मा भला इन ठगो का नोकर है जो ये हुक्म करेगे वही होगा परमात्मा ही एक ऐसी ताकत का  नाम है जो मुखत मे मिलता है वरना दुनिया मैं अभी मिटी भी बहुत महंगी मिल रही है परमात्मा का नाम जपने के लिए कोई elegibilty नही होती परंतु ये अज्ञानी कब समझेंगे ये ठगो का काम हर फील्ड में होता है लोग कब ज्ञनी होगे जब वो ये समझ लें हमे अपनी मानसिकता को ताकतवर बनाना है इस के लिए अगर आप की पढाई रोशनी नही दे सकी तो आप किसी psychiatric अथवा दिमाग के डॉक्टर के पास जाना चाहिए आप उस की counciling से ज्ञानी बन सकते हो              आप ने कभी देखा है कोई काम बिना करने से या अपने आप हुआ है,नही हुआ काम तो करने से होगा जिस के लिए ज्ञान चाहिए न की किसी के पैर छू...

अफवाहे (Remours)

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 अफवाह फैलती नही है फलाई जाती है इस सचाई की कोई गारंटी नहीं होती है बुराई ,अच्छाई से पहले बहुत जल्दी फैलती है किसी अच्छाई को फलाने में महीना लग सकता है लेकिन बुराई या अफवाह फलाने के लिए एक दिन काफी है क्यों की मन शैतान होता है इस में ये सुस्ती नही करता आगे 10आदमी को फोन कर के खुश होगा की फलाने आदमी की लड़की भाग गई है उस को किसी लड़के के साथ बाजार में देखा था इन को पूछे जब लड़के लड़कियां इकठे नोकरी करते है तो बाजार में इकठे नही जा सकते अफहाए लड़ाई जीतने के लिए जनभुज्ज कर फलाई जाती है दुश्मन का मनोबल गिराने के लिए लेकिन समाज में अफवाहें सुस्त parents के लिए और भी ज्यादा नुकसान करती है किसी झुठी अफवाह के कारण वो अपने बच्चो का रिश्ता नही करते बिना सचाई का पता किए वे एक अच्छे रिश्ते से चुक जाते है असुल तो यह होना चाहिए जब तक आप अपनी आंखों कानों से देखा सुना नही होता तब तक इसे सच मत मानिए आज के युग में अफवाह mob ओर internut की वजह से बहुत जल्दी फैलती है इस लिए सरकार सब से पहले internut बंद करती है दुसरी तरफ समाज में छोटी मोटी अफवाह को mob की मदद से सचाई का पता कर के किसी नुकसान से बचा जा...

सादगी या सादा जीवन(simple life)

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कहावत है सादा जीवन उच्च विचार,तो फिर सादे जीवन की परिभाषा  में उन को क्यों confusion रहता है सादा जीवन किसी को कोठी बनाने से थोड़ा मना करता है या कम  पढ़ाई करने में कहता है या राजा बनने से रोकता है बल्कि सादा आदमी इन सब को जल्दी प्राप्त कर लेता है कारण सादगी बंदे में ज्यादा काम करने की इच्छा पैदा करती है सादा आदमी की ये पहचान होती है वह छोछे या पेरावे आदि की सुंदरता से बुधु नही बनता वह सोचता है सुंदर वह जिस के काम सुंदर होते है वह बंदे के गुणों को महत्व देता है ऐसा सादा आदमी  सादे कपड़ों में भी महान लगता है उस का सोचना है की कपड़े साफ सुथरे पहनने चाहिए डिज़ाइन का इस में कोई उपयोगिता नही है आप ने कई बड़े लोगो मंत्रियों को पजामे कुर्ते में  भी देखा हो गा इब्राहिम लिंकन अमरीका का साबका राष्ट्रपति जो एक लकड़ी काटने वाला लकड़हारा था बिल्कुल सादा आदमी परंतु उस की दृढ़ता देखिए राष्ट्रपति बनने के लिए उस ने 52 chances तक हिम्मत रखी                सादगी में कोई खर्च भी नही होता इसलिए यह लोगो के ध्यान में नही रहती गांवो में देखा है सादा आ...

भला या भलाई (welfare)

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 भला करना और कहने के लिए बड़ा आसान होता है पर बिना अपना बिगड़े या खर्च किए यह नही होता लेकिन इस के बदले हमे परमात्मा जरूर दे देता है कहावत कर भला, सो हो भला अंत भले का भला। ये सच है आप किसी जरूरतमंद की भलाई करते जाओ आप की भलाई होती जाएगी भलाई का मतलब ये नही की आप अपना परिवार छोड़ कर किसी की भलाई में लग जाओ वो पाप है आप अपने काम से कितना ज्यादा समय निकाल सकते हो किसी की हेल्प के लिए वो सोच भी भला है भले के अपने अपने लेवल होते है भले की सही परिभाषा दुसरे को किसी दुख से मुक्त करना,भले और हेल्प में अंतर होता है अगर किसी पंथी को सही रास्ता समझाते हो वो आप हेल्प कर रहे हो लेकिन अगर आप उस को अपनी गाड़ी से उस की मंजिल तक छोड़ देते हो तो ये भले का काम बन गया एक पड़ोसी अपने पड़ोसी को अपने खर्चे से अमरीका ले गया और बाद में वह आगे 10बंदो को ले गया इस भलाई से घर,गांव और देश तीनो को फायदा हुआ भलाई ने प्रेम को भी बड़ा दिया           हर देश की सरकार अपनी प्रजा की भलाई के लिए हजारों स्कीमे चलाती हैं इन सब में एक old age pension भी है जो सब को अधिक पसंद है  इस दुनि...

संकेत (indicators)

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 वास्तव में मानवीय संकेत या इशारे हमारी सुरीक्षता सेफ्टी में मदद करते है या यू कहें जो काम इशारा कर सकता है वह काम बोलने से नही होने वाला इश्क बाजी में इशारे बहुत महत्व रखते है क्यों की इशारा हमारी गोपनीयता या privacy को बनाए रखता है गूंगे आदमी के लिए इशारे विद्या का काम करते है आंख के इशारे हमेशा बदनाम रहते है इन का सीधा मतलब cheating से या इश्क बाजी से होता है हाथ के इशारे हमारी दिल की भावना को प्रगट करते है और एक दुसरे के आदर सत्कार में किए जाते है आप ने देखा है वोट के समय हमारे leaders दोनो हाथ जोड़ कर फ्री में वोटिंग करवा लेते है बाद में आंख दिखाते है जुबान खोलने की जरूरत नहीं पड़ती ऐसा ही हम सब लोग भी जीवन में करते रहते है समाज में हम हररोज देखते है जब हम किसी को सलाम दुया हाथो के इशारो से भी कर देते है मन को शांति मिल जाती है सेना में भी सैल्यूट हाथो के इशारे  से होता है और परमात्मा का नाम जपने में हाथ पैर जोड़े बिना तो मन को सकून नही मिलता,ट्रैफिक में तो हाथ के इशारे लोगो की जान भी बचाते है                      ...

नियत (Thought)

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 हम हररोज सुनते रहते है फलाने आदमी से बचिए उस की नियत साफ नहीं है,ये 99% सच है वास्तव में नियत है क्या चीज जिस के कारण उस बंदे का ही नाश होता देखा गया है जिस की नियत खराब होती है अर्थात जिस के विचार पापी होते है जिस की सोच मानवता के खिलाप होती है myth है माड़ी नियत बंदे को जल्दी बुड्ढा कर देती है life में जो भी उस ने कार्य किए होते है सब के साथ objections लगे होते है उस ने अपने मां बाप को भी नही बक्शा होता ये लोग मुंह से राम राम बगल में शूरी  रखते है ये लोग किसी की बद दुआयो से भी नही डरते लेकिन ये लोग परमात्मा की सजा के अधीन दुखी देखे जाते है मेरे  पास वाले गांव में तीन सगे भाई अपनी बुरी नियत के कारण अपनी बुडी मां को ही परेशान कर रहे थे मां के पास फौजी पैंशन थी जो उस के पति की 1942 में मौत के कारण लगी हुई थी माता जी ने 50 साल विधवा होते हुए भी अपने इन लडको को पाला और इन की शादी की थी,माता जी बच्चों की बुरी नियत का शिकार हुई 85 साल की उमर में वह भूखी रह रह कर कमजोर हो गई वह कहती थी मेरी ओलाद नमक हरामी बन चुकी है गांव वाले बताते है एक दिन माता जी ने बहुत दुखी हो कर अपनी लड़...