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नवंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बटवारा (Division)

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बटवारा एक शान्ति का प्रतीक होता है यह सगे भाइयों में भी होता है देशों  विदेशो में भी होता है 26 Dec 1991में  Russia जिस का नाम पहले USSR था 15 प्रान्तो में विभाजन हो गया था और USSR का नाम खत्म हो गया था अभी भी रूस USSR का 70%  RUSSIA के नाम से हैआज भी रूस में एक side में दिन और दुसरी side में रात होती है आप सोचिए कितना बड़ा ये मुल्क होगा बटवारा होने से शांति हो गई थी वरना हररोज आपस में झगड़े होते थे हमारे देश का 1947में बटवारा हुआ देश ने उनती की है चाहे बटवारा में खून खराबा बहुत हुआ  बटवारा आलसी आदमी नही चाहता Hard worker बटवारे को पसंद करते हैं सोचता है रोज रोज की लड़ाई क्या unity बना सकती है बटवारा होने से गुलामी से आजाद हो जाते हो और अपने परिवार  घर देश की नजदीक से रक्षा कर सकते हो आप business में पार्टनरशिप के झगड़े कोर्ट में जा कर देखो कितने चल रहे है जमीन की हिसेदारी बहुत खतरनाक होती है चाहे अपने सगे भाइयों में हो बाद में बच्चो को बहुत मुश्किल में रखती है बड़ी बड़ी कंपनी पहले सांझेदारी करती है बाद में झगड़ा दिखा कर लोगो का पैसा जब्त कर लेती है  साझेदा...

आलोचना (criticism)

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 आलोचना एक बुराई होती है अगर हम किसी को नीचा दिखाने के लिए करते है,समाज में अधिकतर जाने अंजाने हम किसी की आलोचना करते रहते है रिश्तेदार भी मौका मिलते ही एक दुसरे की नुक्कताचीनी करते रहते है औरते तो एक दुसरे रिश्तेदार के नुक्स निकालती रहती है औरते गलबात आलोचना को रोटी से अधिक समझती है दुसरा औरत मर्द से अधिक समय तक बोलने की क्षमता रखती है और सहनशीलता भी मर्द से अधिक रखती है दुख भी मर्द से अधिक सहन कर सकती है।चुगली निंदा और आलोचना अलग अलग होती है ज्ञान के साथ अगर हम किसी कॉमेंट की आलोचना करते है या किसी विषय पर शांतिपूर्ण ढंग से बहस करते है तो सचाई को ढुडने में इस से कोई और अच्छा रास्ता नही होता आप TV पर देखते है एक पार्टी दुसरी पार्टी की आलोचना करती रहती है किसी पार्टी ने कभी नही बोला यह गलती हमारी पार्टी की है वो तो अपनी पार्टी को चमकाने के लिए TV पर आते हैं देश को इस में कुछ फायदा नहीं होता  पार्लियामेंट में तो लड़ाई हो जाती है किसी आलोचना को लेकर फिर कानून साफ सुथरे कैसे बनेंगे लम्बी चौड़ी 2साल11महीने  18दिन बहस आलोचना सुनने के बाद हमारा संविधान बना था जो 26 जनवरी 1950 क...

इच्छा शक्ति(will power)

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इच्छा शक्ति वो शक्ति होती है जो बंदे में पेट्रोल जैसा काम करती है जिस बंदे की इच्छाएं मर चुकी है अभी उस से आप कोई उम्मीद नहीं रख सकते इच्छा शक्ति के कारण इंसान चंद्रमा से भी आगे जा चुका है विज्ञानिक  इच्छा शक्ति के कारण  हवाई जहाज internut और मोबाइल फोन आदि की खोज हुई है है उम्र के अनुसार इच्छा बदलती रहती है इच्छा किसी भी उम्र की हो इंसान को Healthy बना कर रखती है और खुश रखती है इच्छा पुरी करने के लिए आदमी मेलजोल रखता है और समाज में शामिल रहता है समाज के बिना भी इंसान जीवत नही रह सकता अगर रहता है तो वह विकास नही कर सकता इछाए हजारों प्रकार की होती है जैसा मन वैसा धन विधार्थी इच्छा शक्ति के कारण ही अच्छे Mark प्राप्त करता है प्रबल इच्छा वाला विथार्थी डॉक्टर engineer सब के सब exam पास कर लेता है अपनी इच्छा के अनुसार join करता है बिना इच्छा वाला विधार्थी कमजोर होता है दुसरे के कहने पर चलता है जिस से उस की अपनी अंदर की शक्ति का साथ नहीं मिलता तो वह भटकता फिरता है राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी के कारण देश गुलाम भी हो जाते है घर के छोटे छोटे काम के लिए हर रोज ताजी इच्छा शक्ति चाहिए घर ...

पापी(evils)

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पापी शब्द का प्रयोग हर घर में average हररोज एक बार होता है धार्मिक स्थानों पर इस शब्द के बिना सत्संग शुरू ही नही होता सवाल उठता है पापी की क्या eligibility है कितने पापो के बाद उस को पापी बोला जाए साबुत कहा से मिलेंगे High court या सुप्रीम कोर्ट साबुत मिलने पर दोषी बोलती है पापी नही बोलती केवल धार्मिक ग्रंथों में इस शब्द का प्रयोग  बहुत है गुरुवाणी 'पापी पाप कमानदया तेरा कोई न बेली यार" अर्थ पापी का भगवान भी मित्र नही होता अर्थात जो बंदा परमात्मा के या कुदरत के नियमो के उल्ट काम करे उसे पापी कहते है जो अमानवीय काम करे जो बहुमूल्य जीवन को बर्बाद करे अर्थात परमात्मा का धन्यवाद शुक्राना भी करना न जानता हो बेशुक्रा हो वही पापी होगा झुठी जुबान भी पापी है किसी का बुरा सोचना भी पाप है जीव जंतुओं को मारना भी पाप है जब हमे कोई मारे तो कैसा लगेगा यही feeling पाप है कसाई पशुओं जानवरो को हररोज मारते हैं क्यों की उन की feeling मर चुकी है और खाने वालों की भी feeling मर चुकी है ये लोग पत्थर दिल बन चुके है एक बंदे का कत्ल होने पर हाहाकार मचती है तो इन जीव जंतुओं के दुख की सजा कौन देगा परमात्म...

बाजार (markit or Bazar)

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 बाजार,जीवन और समाज का मुख्य साधन होते हैं और जीवन  का एक हिस्सा होते है हर एक वस्तु का उत्पादन घर पर नहीं होता परंतु हर वस्तु की आवश्कता जीवन में रहती है इन सब जरूरतो को एक जगह बेचने के लिए बाजारों का जन्म हुआ बाजार सिस्टम सदियों पुराना है हर जमाने में बाजार की जरूरत होती थी पुराने जमाने में मोबाइल बाजार होते थे सप्ताह के दिनों के नाम से इन के नाम को पुकारा जाता है हमारे यहां आज भी बुध बाजार भरता है यह बुधवार को लगता है इसलिए इस का नाम बुधबजार है लोकल govt इस को जगह allot करती है देश के पूर्व प्रान्तो में इन का आज भी बहुत प्रचलन है जो नाशवान वस्तुए जैसे सब्जियां आदि बहुत सस्ती मिलती है गरीब लोगो का ये मोबाइल बाजार मॉडर्न mal बजारो से अधिक संतुष्टि देते है खाने की वस्तुए अपने अपने सीजन के अनुसार ताजा होती है इन लोगो में इतना सबर संतोख ईमानदारी और दया भावना होती है की पंजाब से कोई खरीददार असम में नोकरी पेशे वाला, जो कोई visit यहां कर चुका है वह भुल नही सकता मैने यहां सब बाजार अपनी आंखों से देखे है और खरीददारी की है उन लोगो की लछमन रेखा कुदरत  से बाहर नहीं जाती, पैसा जीवन क...

अनुशासन(Discipline)

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on  अनुशासन की सरल परिभाषा यह एक डर ही होता है अनुशासन के बिना न कोई घर उन्नति कर सकता है और न कोई इंसान, कुदरत भी अनुशासन का पालन करती है आप सूर्य चांद आकाश धरती और हवा आदि सब के सब परमात्मा के हुक्म अनुसार चल रहे है न कभी सूर्य अपनी ड्यूटी से लेट हुआ और ना ही चांद धरती हवा, अगर हवा 2मिनट के लिए बंद हो जाए तो हम सब मर सकते है सांस कैसे लगेगा लेकिन ऐसा नहीं होता क्योंकि इनको परमात्मा का डर होता है परमात्मा एक ऑटोमैटिक शक्ति का नाम है धरती घुमती है यह सच है तभी दिन रात बनते हैं जो इसे घुमा रहा है उसी शक्ति का नाम रब भगवान ईश्वर अल्लाह और वाहिगुर है मौत से हम भी डरते है तभी हम समाज में प्यार से मिल कर रहते है जो आदमी परमात्मा का डर अपने दिल दिमाग में रखता है बहुत उन्नती करता है चाहे वह कोई मंत्री हो चाहे किसान मजदुर कर्मचारी अधिकारी,army तो बनती ही discipline से अपने सीनियर को सैल्यूट किया जाता है सीनियर के हुक्म पर कोई किंतु परंतु नही कर सकता स्कूल कालेज आदि सब discipline में रहना सिखाते है               Discipline से हमारा character बनता है c...

मेल जोल (cooperation)

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 मेल जोल एक प्यार का ही रूप होता है प्यार में जो ताकत होती है वह पहाड़ को भी समतल बना देती है मेल जोल आधान प्रधान से बड़ता है अगर आप किसी को दिल से cooperate करते हो वह भी आप को वापसी में करेगा अगर आप खुदगर्जी या अपने मतलब को ध्यान में रख कर ही मेल जोल रखते हो तो उस से आप के जीवन में किसी से कोई लाभ नहीं मिलने वाला मेलजोल की हर जगह जरूरत होती है चाहे आप किसी नौकरी में हो चाहे आप बिजनेस करते हो यहां तक की जिस घर में मेलजोल नही होता वह घर भी उन्नति नहीं कर सकता देश को भी जानता के सहयोग की आवश्कता होती है मेलजोल एक तरफा नही हो सकता दोनो पार्टी मिल का चलना पड़ता है अच्छे मेलजोल से भाईचारक सांझ बड़ती है आपसी प्यार में बड़ोतरी होती है इजराइल और फिलस्तीनी में धार्मिक मेल जोल ना होने से रात दिन खून खराबा हो रहा है महाभारत का युद्ध भी family cooperation ना होने की वजह थी  अफगानी स्तान में कट्टरवादी मेलजोल बड़े ऊंचे दर्ज का होता है जिस का नतीजा हुआ अमरीका भी उसे जीत नही सका 20साल यहां बैठा रहा  इस पहले रूस  20साल अफगानिस्तान में लड़ता रहा कुछ हासिल नहीं हुआ History अध्यन करने ...

खिंचाव (Attraction)

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 खिचांव या attraction जीवन को बहुत प्रभावित करता है चाहे यह अच्छे के लिए हो या बुरे के लिए हो, सुन्दरता इस का हथियार होता है सुंदरता हमारे मन की हमारी आत्मा की भुख होती है यह आंखो के जरिए हमारी आत्मा में बैठ जाती है फिर उस को प्राप्त करने के लिए हर सम्भव प्रयास करती है सुंदर चाहे औरत हो,लड़की हो,घर हो,बगीचा हो,कपड़ा हो, कार हो,मोबाइल हो आदि जो भी बंदे, औरत को पसंद आ गया वह उस के लिए सुंदर ही होता है प्यार सब से अधिक सुंदर होता है यह नजर भी नही आता लेकिन इस का हमला आंखो की मंजूरी मिलने से होता है यह दो प्रेमियों के बीच होता है इतना खिंचाव बड़ जाता है की यह किसी के रोकने से नही रुकता इस खिंचाव में अपने पराए की पहचान भी नही रहती अगर किसी को सुन्दर घर का खिंचाव हो गया तो वह उस को बना कर ही छोड़े गा ऐसे ही दुसरे attraction आप को अपनी और खींचते है सुंदरता  सुंदर मन की खोज होती है सुंदरता हर मन को भाती है natural सुंदरता को हार शांगार की आवश्यकता नहीं होती नैन नक्श परमात्मा बनाता है इस के ऊपर किंतु परंतु नही होना चाहिए अध्यन करने से पता चलता है सुन्दर वह जिस के काम सुन्दर होते है। ...

सलाह (consultation)

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 सलाह करना या सलाह लेना एक चर्चा होती है या एक discussion होता है जो की उस समस्या के जानकार से की जाती है यह सलाह जुबानी होती है लेकिन सलाह करने से आप को खुशी हासिल होगी और समस्या का उचित रास्ता भी मिल जाए गा क्योंकी कोई एक विषय में मास्टर हो सकता है समाज के सारे विषय का कोई मास्टर नही होता किसी बीमारी का सलाह मशवरा डॉक्टर से होगा न की प्रॉपर्टी डीलर से होगा ऐसे ही डॉक्टर को प्रोपर्टी के बारे में सही सलाह प्रोपर्टी डीलर या बिल्डर ही दे सकता है अगर किसी शादी की सलाह लेनी होती है तो उस में आप के रिश्तेदार Best होगे सलाह पूर्ण ज्ञान का मसला होता है न की भीड़ इकट्ठी करने से आप को सही सलाह मिलेगी बिल्कुल नही 2,3 discussion रखने से आप किसी बड़े नुकसान से बच सकते हो आजकल शहर में counciling centres खुले हुए है आप किसी नोकरी या किसी business आदि किसी की भी सलाह ले सकते हो इन की कुछ फीस देनी होती है लेकिन आप को ये एक perfect सलाह देगे याद रहे इस को मानना या ना मानना आप का फैसला होना चाहिए सलाह किसी गलती से बचने के लिए होती है जितनी सही डिटेल आप सलाहकार को देगे उतना ही सही आप को निर्णय मिलेगा...

सेवा निवृत (Retirement)

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 Retirement एक सिपाही से लेकर राष्ट्रपति तक सब होते है सर्विस या उम्र के पुरा होने पर अपनी अपनी नोकरी से रिटायरमेंट हो जाती है वरना कुछ लोग तो अपने मरने तक कुर्सी से चिपके रहना चाहते है यह सरासर गलत है नए बच्चे तभी भर्ती होगे जब पुराने वाले रिटायर होगें और प्रमोशन भी तभी आगे बड़े गा जब सीनियर रिटायर होगा 20,25,30,35 साल नोकरी करने के बाद खुद रिटायर होना या सरकारी हुक्म से रिटायर होना घर आ कर फील आवश्यक होता है वह अपने आप को अपमानित जैसा फील करने लगता है जैसे गोली चलने के बाद पीछे खाली खोका रह जाता है वैसी फीलिंग हरेक को होती है समाज में सब को एक समान ही समझा जाता है चाहे वह मजदुर हो या कोई राष्ट्रपति से रिटायर हो चुका हो सब को वोट आदि का एक ही हक होता है चाहे वह पढ़ा लिखा हो या अनपढ़ सब को लाइन में लगना पड़े गा DC के पद से रिटायर होने से आप की फीलिंग और भी असहनीय हो जाती है जब उस को उसी जिले में जाने से एक क्लर्क भी सलाम करने की जरूरत नहीं समझता लेकिन यह सोच अमानवीय होती है रिटायर तो एक दिन सब ने होना है पुलिस वाले इस में दो कदम आगे होते है वो सज्जन में या अपराधी में फरक समझते नही ...

भरोसा(self confidence)

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  हम सब जन्म से मरण तक भरोसा शब्द सुनते रहते है क्योंकि  इस शब्द का सम्बन्ध या अर्थ केवल आप के खुद के तुजरबे से होता है आप की हकीकत से होता है आप की निपुणता से होता है फलाने काम को आप कर सकते हो या नही आप को पहले पता चलना चाहिए जैसे आप ने दो ग्लास पानी पी लिया अभी आप को वही दो ग्लास दुध पीने के लिए कहा जाए तो आप का शरीर दिमाग और मन तीनो मिल कर बताएंगे आप में 2ग्लास दुध पीने की हिम्मत है या नही अगर तीनो में से एक भी न माने तो समझो आप में भरोसा नही है मतलब हिम्मत नहीं है वह काम अधुरा होगा जितना बड़ा आप काम करते हो उतना बड़ा उस काम का तुजरबा होगा उसी काम को 3,4बार आप कर लोगे फिर आप को उस काम पर भरोसा भी होगा हिम्मत भी होगी बिना प्रैक्टिकल के तुजरबा नही होता बिना तुजरबे के आप निपुण नही बन सकते बिना निपुणता के आप को भरोसा नहीं होगा जिस को साइकिल चलाना आता है उस को साइकिल पर भरोसा है न की मोटर साइकिल पर,अगर उसे मोटर साइकिल चलाना नहीं आता, तो एक्सीडेंट या मौत Self confidence पैसा ही होता है बंदे की कमाई का साधन होता है और जीवनभर काम आता है इसलिए दादा दादी या नाना नानी की  हैसियत...

पड़ोसी (Neighbour)

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 अच्छा पड़ोसी एक देवता जैसे ही होता है पड़ोसी जिन के घर हमारे घर के दोनो तरफ या आमने सामने होते हैं हमारे पड़ोसी होते है पड़ोसी, रिश्तेदार से अधिक महत्त्वपूर्ण होता है एक दुसरे के दुख सुख में फॉरन हाजिर होता है पड़ोसी को  अपने पड़ोसी की पूर्ण जानकारी होती है वह पड़ोसी  के स्वभाव असलियत को नजदीकी से जानता है पड़ोसी से कुछ भी छिपा नहीं होता जब पड़ोसी कुछ दिन के लिए बाहर घुमने जाते हैं तो पीछे घर बाहर की रखवाली अपने पड़ोसी की होती है पड़ोसी नजदीक होने के कारण अपने पड़ोसी की सहयता करना अपनी पुजा के समान ही समझता है उसे जो साकुन संतोख मिलता है वह अपने रिश्तेदार से नही मिलता कारण वह उस का पड़ोसी नही होता रिश्तेदारी एक सामाजिक बंधन में होती है दुसरा, रिश्तेदार घर से दुर भी होता है जब हम प्रदेश में नोकरी पेशा करते है फिर हमे अपना पुरा गांव शहर ही अपना लगता है उस देश में जब अपना कोई गांव वासी मिलता है तो समझो अपने घर वालो के दर्शन हो गए यह अपने गांव की मिटी का मोह होता है और यह movments हमारी आत्मा में चले जाते है भगवान कृष्ण और सुदामा जी का भी यही कारण था  पता चलने पर भगवान ...

धर्म(religion)

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  धर्म का अर्थ धारणा या सोच,धर्म हमारी आत्मा की खुराक होते हैं और कसरत हमारी शरीर की खुराक होती है हर धर्म अपने बंदे को अन्दर से मजबुत करता है धर्म हमे बहादुर भी बनाते है धर्म हमदर्दी भी उपजते है धर्म हमारी आन शान का प्रतीक होते है धर्म हमे जीवन जांच सिखाते है कैसे जीना है हमारी शादी के पवित्र बंधन में धर्म हमे अपनी पत्नी के प्रति वफादार रहने की प्रेरणा देते हैं अपने पवित्र ग्रंथो के सामने हम कसमें उठाते है अपने देश कौम की रक्षा करेगे,हमारे मंदिर गुरुद्वारे चर्च मस्जिद पुजा पाठ के माध्यम से हमे सुबह शाम शांति प्रधान करते है जिस से हमारा Blood pressure स्थिर रहता है वरना देश में पागलखानों की संख्या बड़ सकती है आत्मिक शांति सिर्फ और सिर्फ हमारे धार्मिक स्थल से प्राप्त होती है इस के लिए अभी तक कोई medicine नहीं बनी और न ही कोई इंजेक्शन अभी तक बना जो हमे आत्मिक शांति प्रधान कर सके              जब धर्म का कंट्रोल  राजा रानी या सरकारी के हाथ आ जाता है तो अध्यन करने से पता चलता है दुनिया में 70% खून खराबा धार्मिक कट्टरता की वजह से हुआ सरकार अपनी वोट...

सच और झुठ (True and false)

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 अध्यन करने से पता लगता है की सच को दबाने के लिए समाज ने झुठ बनाया सच परमात्मा का नाम होता है सच अमर होता है सच को कोई आंच नहीं आती सच एक ही होता है सच खोज करने से मिलता है सच किसी का गुलाम नही होता,सच परमशक्ति होता है पंजाबी में बोलते है पले होवे सच, कोठे चढ़ के नाच।अर्थ है अगर आप सच्चे हो आप की हर मीटिंग में जय जय कार होगी myth है सच सिर पर चढ़ कर बैठ जाता है फिर उसे सच बोलने से कोई रोक नहीं सकता सच को लिखने की आवश्कता नही होती उस ने हमेशा सच ही रहना है चाहे 100साल बाद भी उसे प्राप्त करे जो आदमी औरत सच की ताकत को जान लेता है फिर वह इस का पल्ला नही छोड़ता गुरवानी में आता है,सच्चे मार्ग चलदिया उस्तद करे जहान,अर्थ सच्चे मार्ग चलने पर लोग भी आप की उपमा करते है,सच का मार्ग कठिन होता है लेकिन परमात्मा आप के साथ होता है सच नजर भी आता है खोज करने से मिलता है।                  झुठ के लिए आप को कोई खोज करने की जरूरत नहीं होती हमारा शैतान मन पहले ही त्यार बैठा होता है मौका मिलते ही सच पर झुठ की तस्वीर लगा देता है मन बहुत प्रसन होता है कुछ दिन के ...

हमदर्दी (Sympathy)

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 हमदर्दी एक तरस करने जैसा ही व्यवहार होता है मोह ममता अधिकतर अपनो के साथ होती है लेकिन हमदर्दी दुश्मन के लिए भी होती है हमदर्दी पशुओं के साथ भी होती है हमदर्दी दुख सुख का ही नाम होता है हमदर्दी temporary होती है इस का लक्ष्य गिरे को उठाना होता है किसी को केवल जुबानी हमदर्दी की ही जरूरत होती है किसी को दोनो पैसे और physical मदद की जरूरत हो सकती है जिस इंसान में हमदर्दी अधिक होती है वह एक अच्छा इंसान होता है हीनभावना के कारण लोग अपने लक्ष्य से भटक जाते है और काम करना बंद कर देते है तो चारोतरफ से समस्या से घिर जाते है आलसी लोग जीवन में असफल हो जाते है किसी लड़ाई झगडे में भी जीवन derail हो जाता है कभी कभी कुदरती आपदा भी आ जाती हैं जैसे भुचाल साइक्लोन महामारिया आदि अपनी चादर से बाहर जा कर खर्च या कर्जा भी आप को मुसीबत में डाल सकता है ये सब कारण हमदर्दी को जन्म देते है हमदर्दी और प्यार की मंजिल एक ही होती है                 हमदर्दी और तरस धार्मिक लोगो का धर्म साधन होता है वह पहल के आधार पर इस कार्य को करते है हमदर्दी बार बार एक ही इंसान पर नही...

चढदीकला(prosperious)

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चढदीकला एक पूर्ण सफलता का नाम होता है सफलता बोलने से इतनी energy फील नही होती जितनी चढदीकला बोलने से मिलती है इस का नाम लेते ही इंसान अपनी रैंक पदवी पर नजर डालता है जीवन एक स्ट्रगल है यह दुखों और सुखो  का घर होता है जीवन में बड़े बड़े दुःख और बिमारियां लड़ाइयां सब से भरा होता है बड़े बड़े अमीर लोग भी दुखी देखे जाते है बल्कि अमीर लोगो से गरीब अधिक खुश देखे जाते है कारण गरीब लोग प्राकृति से जुड़े होते है परंतु अमीर पैसे से जुड़े होते है गरीब या मजदुर शरीरक तौर पर चढदीकला में होते है चाहे पैसे से गरीब होते है अगर परमात्मा को देखना हो तो आप गरीबों की बस्तियों में देख सकते हो या इंटो के भठो पर देख सकते हो जनवरी के महीने में बच्चे नंगे पांव केवल एक कपड़े के साथ खुशी खुशी खेल रहे होते है पास से गुजरने वाले लोग देख कर रूक जाते है फील होता है परमात्मा इन के साथ है किसी भी temperature में चाहे गर्मी हो सर्दी हो इन के बच्चे नंगे पांव खेलते हैं                      इतिहास पढ़ने से पता चलता है गुरु गोबिंद सिंह चढदीकला के मालिक थे गुरु जी ने...

सास बहु (Mother in law vs daughter in law)

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 वैसे ना चाहते हुए भी मैं  इस ब्लॉग को लिख रहा हु सोचा मुझे अपने विचार लिखने चाहिए सास बहू का रिश्ता समाज में बहुत बदनाम है कुछ प्राचीन समय से बदनाम है कुछ अभी TV वालो ने इस को बड़ा चढ़ा कर इस का तमाशा बनाया हुआ है और हर जमाने में ऐसा हो चुका है मैं सोचता हूं इस जमाने में तो लोग पढ़े लिखे हैं सास भी पढ़ी लिखी है बहु तो उस से भी अधिक पढ़ी होती है फिर भी समस्या बाकी है बाहर देशों में इस रिश्ते से कोई लेना देना होता ही नही अपना अपना करो लेकिन वहा तलाक हर रोज,वहा मिया बीबी लड़ते रहते हैं वहा 50%तलाक हो जाते है हमारे देश में तलाक 1%से भी कम होते है एक गांव में 2500की आबादी में 10,बच्चे का तलाक देखने से मिलता है लेकिन सास बहु का झगड़ा 50%घरों में होता है सास बहू चाहे अमीर हो चाहे गरीब सब में देखने से मिलता है श्रीमती इन्दिरा गांधी का अपनी बहु मेनका जी से हो गया था जब वह देश की प्रधान मंत्री थी उन दिनों मैने अखबार में पढ़ा था कारण कोई भी हो सवाल ये है मां और लड़की का ऐसा क्यों नही होता क्या mother के पास दो समाज होते है जो अलग अलग सोच बनाते हैं लड़कियां लाडलीया और बहु छुरियां, के लिए...

इंतजार (waiting)

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 इंतजार दर्द देता है या परेशान करता है इंतजार चाहे खुशी का हो या गमी का हो  हमारी एकाग्रता को बांट देता है दुसरे काम पर इस का असर पड़ता है मानलो आप किसी रिश्ते दार को रेलवे स्टेशन पर रिसीव करने पहुंचे तो पता लगा गाड़ी 2घंटे लेट आ रही है अभी आप इस समय को कैसे निकालना है आप को समझ नही आ रही कुछ समय के बाद आप आने वाले रिश्तेदार पर negative सोचना शुरू करोगे इस ने प्लान ठीक नही किया या इस की किस्मत अच्छी नहीं है या रेलवे वालो पर negative सोचना शुरू होगा कारण अपने घर से बाहर जाने से हमारे मन की freedom गुलाम हो जाती है या मन की तरूंत मिलने की इच्छा पुरी नही होती जिस से attraction कम हो जाता है मन नेगेटिव सोचने लगता है अगर  किसी lover की ट्रेन लेट हो जाए तो फिर इंतजार अधिक कठिन हो जाता है ,शादी के दिन का इंतजार वह सोचता है 24घंटे का दिन गलत है 12घंटे का होना चाहिए अगर किसी का पैसा लोटाने की तारीक मिली हो तो सोचता है दिन 50घंटे का होना चाहिए यहां उसे लम्बा इंतजार अच्छा लगता है मन शेतान होता है किसी की गुलामी नही करना चाहता                ...

पंजाबी सुट(punjabi suit)

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पहरावा उस देश की जलवायु मौसम आदि के अनुसार ही बनता है नए और पुराने जमाने का combination हर जमाने में देखने को मिलता है प्राचीन समय से हिंदुस्तान की कल्चर को एक rich culture कहा जाता है चाहे कोई भी निर्माण कला हो हिंदस्तान का मुख्य पहरावा कमीज धोती  लंगोटी घगरा साड़ी और पगड़ी रही है आज भी यह पहरावा देखने को मिलता है उस के बाद पंजाबी पहरावा जिस में पंजाबी सुट,कुर्ता पजामा मुख्य है यह इस्लामिक समाज की देन है यह दोनो पंजाबी पहरावे पूरी दुनियां में पसंद किए जाते है इस के इलावा पगड़ी चुनी भी पंजाबी पहरावे का हिस्सा हैं पगड़ी अरब देशों में आज बड़े सत्कार से पहनी जाती है इतिहास पढ़ने से पता चलता है हजरत मुहमद साहिब खुद भी पगड़ी बांधते थे और पगड़ी का दान पुनः भी करते थे पगड़ी की आन शान को सिखो ने महान बनाया है इस की पहचान दुनिया में होने लगी है मुगलों के बाद ब्रिटिश का जमाना आया इन्हों ने पैंट कमीज हिंदु समाज को दिया जो आज हिंदुस्तान का मुख्य official dress है और सामाजिक ड्रेस भी मुख्य है इस के इलावा कुछ दुलहा दुल्हन के खास पहरावे होते है जो समय अनुसार बदलते रहते है लेकिन इन में पंजाबी दुल्...

खुन के रिश्ते(Blood relation)

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 रिश्तों के बिना जीवन असंभव होता है नए रिश्ते जन्म से और शादी करने से बनते है इन में कुछ रिश्तो को खुन के रिश्ते बोला जाता है जैसे पति पत्नी, मां बाप,भाई बहन,दादी दादा,बहु,पोती पोता ये खुन के रिश्ते होते है इन को कानून ने भी मान्यता दे रखी है बाकी रिश्ते जिन को हम अंकल आंटी बोल के बुलाते है है वह हमारे दुर के रिश्ते होते है indirect होते हैं भतीजा भतीजी भी दुर का रिश्ता ही होता है मतलब जिन का दुसरे घर से संबंध हो, समाज के इन रिश्तों में कहीं भी एक पैसे की गलती नही है समाज ने हर रिश्ते का नाम दे रखा है नाम के साथ उस का रैंक उस की पदवी दे रखी है  पिता की बहन को बुआजी माता की बहन को मासी जी इन का आदर सम्मान अधिक होता है क्योंकि हमारे मां बाप के status जैसे होते है और बड़ा रिश्ता ताई जी और ताआ जी ये रिश्ता भी पिता जी जैसा होता है लेकिन इन के घर अलग अलग होते है और रिश्ते मामा मामी, चाचा चाची ,जीजा साली, नाना नानी आदि रिश्ते सब मिल के जीवन को पार लगाते है वरना जीवन नर्क जैसा हो गा रिश्ते बने रहते है अगर आपस में आना जाना बना रहे जितना रिश्ता प्यार में होगा उतना लम्बा चलेगा आप के पास ...

चरित्र (Character)

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 किसी बंदे के गुणों और व्यवहार से उस का चरित्र बनता है या यूं कहे जिस बंदे को लोग अधिक पसंद करते है उस का चरित्र अच्छा होगा और जिस बंदे को लोग नफरत करे उस का चरित्र अच्छा नहीं होगा समाज में 70% ये पड़ताल सही होती है लेकिन पूर्ण सच नहीं होता सरकारी नौकरियों में हर कर्मचारी और अधिकारी का annual character role (ACR) हर साल senior लिखता है उस में अलग अलग colume होते है उस की personlity में उस का ववहार,उस की गलतियां उस की ईमानदारी उस की वफादारी उस की smartness उस की मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उस का कैरेक्टर लिखा जाता है इसी के आधार पर उस को प्रमोशन मिलता है अगर उस को कोई punishment हो चुकी है उस की वजह से उस का permotion में देरी हो सकती है On ground भी उस बंदे के साथ काम करना खतरे से खाली नही होता जिस का Bad character घोषित हो चुका है समाज में अधिकतर character का ध्यान उस की शादी  की engagement के समय रखा जाता है पूछता छ ही एक जरिया होता है लड़का या लड़की उचित है या नही अगर पता चले लड़का शराबी कुआबी है तो रिश्ता नही मिलता ऐसे ही लड़की का पता किया जाता है उस का चाल चलन उस की सोच पर अ...

समझोता (compromise)

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 समझोता एक शान्ति का प्रतीक है जब किसी दो आदमियों या किसी ग्रुप में लम्बे समय से झगड़ा चल रहा हो आखिर दोनो पार्टी समझोते की ताकत को समझने लगे और दोनो पार्टी अपनी जिद को कम करे या छोड़ दे या लम्बे समय से न्यालय के चक्कर लगा लगा कर थक जाए या फिर किसी बिचोले की counciling करने से समझोता हो जाता है जिस से हमारा future सुरक्षित हो जाता है लड़ाई झगड़ा मूर्खो को ही अच्छा लगता है बुद्धिमान आदमी पहले मौके पर समझोता कर लेते है ऐसे नही की बुद्धिमान से कोई गलती या एक्सीडेंट नही होता सब के साथ दुख सुख होते है लेकिन किसी गलती को समय सिर संभालना ही बुद्धिमता होती है बड़े बड़े देश भी जंग को रोकने का एक मात्र समझोता ही करते है गुस्सा ही एक मात्र रुकावट होता है जब बंदा थक जाता है तो गुस्सा भी automatically ठंडा पड़ जाता है और समझोता हो जाता है घर के अंदर भी मिया बीबी के समझोते होते रहते है और टुटते रहते है समय आगे बढ़ता रहता है जब मिया बीबी बुड्ढे होने लगते है फिर उन को किए हुए समझोते मीठे लगते है और गुस्सा दुश्मन लगता है ।                Delay kills the dicis...

अन्नख (proud)

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 जिस जात कौम में अन्नख़ खत्म हो जाती हैं वह जाति जमात देश सब मिट जाते है अन्नख या proud से हम रिचार्ज होते रहते है हमारे धर्म भी अन्नख को जगाते है अन्नख हमे बहादुर बनाती है महाराणा प्रताप एक अन्नखिले राजपुत योद्धा थे Akbar the great कहलाने वाले राजा को आखिर राजपुत योद्धा से लम्बा टाकरा करने के बाद भी कुछ हासिल नहीं हुआ था महाराणा प्रताप ने 25साल अपना strugle जारी रखा और मुगलों से अपने राज्य फिर से विजय कर लिए अपनी राजपुत अन्नख को बरकरार रखा  छत्रपति शिवाजी और गुरु गोबिंद सिंह और महाराणा प्रताप तीन ऐसे योद्धा हुए है जिन्हो ने देश की आनशान को संभाल कर रखा और जुलम का डट कर मुकाबला किया वरना देश की अन्नख़ मिट जाती गुरु गोबिंद के छोटे साहिबजादो की अन्नख पर नजर डाले या विचार करे तो आप हैरान हो जाओगे 7साल और 9साल की उम्र में वह शहीद हो गए लेकिन मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं किया जिस के बाद उन को जीवित नीव में  चिनवा दिया गया गुरु अर्जुन देव और गुरु तेगबहादुर जी ने भी देश के लिएअपनी जान दे दी लेकिन जुल्म को स्वीकार नहीं किया आखिर सच की विजय हुई और मुगलों और गोरे लोगो से देश आजाद ...

खुन और पसीना (Blood sweat relation)

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 आम लोगो को बोलते सुना जाता है खुन पसीने की कमाई खुब लाभ देती है,खून पसीने की कमाई में बहुत बरकत होती है सैना के recruit Training Ground पर लिखा हुआ होता है जितना आप ग्राउंड में पसीना बहाओ गे उतना लड़ाई में खून बचाओगे खून पसीने का रिश्ता बहुत गहरा होता है इंसान जितना अधिक अपना पसीना निकाले गा उतना अधिक उस का बहादुर खून बनेगा यह कुदरत का नियम है फिटनेस पसीना बहाने वाले के पास होती है पसीना एक physical exertion होती है अगर  हम पसीना नही निकालते तो धीरे धीरे हम किसी बीमारी का शिकार हो जाते है अगर किसी गाड़ी के धुए को बाहर निकलने से बंद कर दिया जाए तो गाड़ी का इंजन बंद हो जाता है similarly हमारे शरीर का भी यही सिद्धांत होता है अगर हम physically काम करना बंद कर देते है तो रोगी बन जाते है Health दवाई से नही बनती न ही हेल्थ gym जाने से बनती है gym आप की हेल्थ को repair करता है और temporary सुंदर बनाता है केवल  regularly running या cycling या हाथ से काम करने से एक मात्र पसीने को पानी की तरह बहा सकती है running से हमारा दिमाग 100%काम करने लगता है running से शरीर के सारे अंग हरकत म...

मेहमान(Guest)

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 प्राचीन समय में घर में आए हुए मेहमान को घर में परमात्मा का रूप ही समझा जाता था जितनी परमात्मा की पुजा कर के मन को शांति मिलती है उतनी शांति उन को मेहमान की सेवा कर के मिलती थी कारण प्राचीन समय में यातायात के साधन ziro होते थे घोड़ा एक मात्र साधन था वह भी कुछ लोगो के पास होता था रास्ते कच्चे और पानी से भरे रहते थे लोग दो दो दिन पैदल चल कर अपनो को मिलने जाते थे और रास्ते में  रात होने पर किसी भी गांव में शरण ले लेते थे और सुबह early morning फिर अपनी मंजिल को चल पड़ते थे शाम 5बजे के बाद जंगलो नदी नालों से गुजरना खतरनाक होता था जंगली जानवर का डर बहुत होता था गांव से गुजरने वाले मेहमान को इलाके की update के बारे सूचित कर दिया जाता था 1853से 1904तक पुरे देश में रेल गाड़ी की की पटडी बिछाने का काम पुरा हो चुका था लेकिन लोग गुलाम होने की वजह से डरते थे और अति गरीब होने की वजह से टिकट के लिए पैसा भी नही होता था              मेहमान multi purpose का रोल अदा करता था अपने गांव के सब के मैसेज लेने और देने का काम भी करता था  और रास्ते के गांव के भी मैस...

फेरीवाला(Hawkers)

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 हर मन का अपना संसार होता है कोई मन क्या पसंद करता है यह व्यक्तिगत होता है लेकिन सफलता उसी में होती है जो मन पसंद करे जैसे बोलते हैं मन के हारे हार मन के जीते जीत यह कहावत पुर्ण सच है वरना फेरी वाले का काम आसान नहीं गांव गांव गली गली Door service देना यह कठिन काम उस के मन की पसंद कर के उसे आसान लगता है फेरीवाले की कमाई एक सीमित होती है जिस से बड़ी मुश्किल से उस के परिवार का गुजारा चलता है लेकिन business की सोच से यह सब से strong basic foundation होती है अपने लोकल area की जानकारी से पता चलता है कई फेरीवाले अपनी सख्त मेहनत से बड़े उद्योगपति बन चुके है क्योंकि उन के पास घर घर का तुजरब्बा वहा के लोगो के शौक जरूरत को समझा और उसी को आगे बढ़ाया इस में उन को अधिक पढ़ाई लखाई की भी जरूरत नहीं होती ना ही बेचने के लिए कोई licence की आवशक्ता होती उस की out put उस की Good will पर निर्भर करता है उस की डिलीवरी कैसी है ।              Door service लोगो के लिए एक सुखदायिक काम होता है उन का समय और पैसे दोनो की बचत होती है देखने से पता चलता है सब्जी बेचने वाले Hawkers...

खानदान (dynasty)

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 खानदान की सरल परिभाषा same family अर्थात जो हमारे बाप, दादा, पड़दादा से आगे बढ़ता हुआ परिवार कबीला हम ने कई बार लोगो के मुंह से बोलते हुए सुना है फलाना आदमी अच्छे खानदान का है या फलाना आदमी ठीक नही है खानदान से precheck हो जाता है क्योंकि परमात्मा ने हमारी रचना हमारे खानदान की Geans का जो नंबर दे रखा है वही आगे बढ़ता रहना है यह खानदान चाहे शरीफ हो,चाहे लड़ाकू हो चाहे डरपोक हो चाहे रोगी हो चाहे अकलमंद हो चाहे अलसी हो चाहे चुस्त हो चाहे आस्तिक हो चाहे नास्तिक हो जो भी है उस को कोई बदल नही सकता यह geans हमारे मां बाप से आगे से आगे तब्दील होता रहता है अधिकतर पिता जी का geans आगे बढ़ता है कभी कभी माता जी के खानदान पर भी बच्चा जन्म लेता है समाज स्कूल कालेज या माहोल खानदान को कुछ प्रभावित कर सकते है लेकिन बदल नही सकते मान लो कोई बीमारी हमारी माता जी या पिता जी को है तो वह  बच्चो के 40% में आना ही होता है कई बार सारे बच्चों में same बीमारी देखने को मिलती है उस का असर किसी बचे में अधिक किसी में कम देखने को मिलता है ऐसे ही हमारा स्वभाव भी अपने खानदान की नकल होता है यहां तक की चाल चलन भ...

बहस (Argument)

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 Argument और लड़ाई में अंतर होता है argument  शब्दों से होती है और verbally होती है लेकिन लड़ाई में मारपीट हो जाती है कभी कभी कत्ल भी हो जाता है argument का मतलब सीधा सीधा सामने वाले के साथ वह सहमत नही है अगर argument ज्ञान के माध्यम से हो रही है तो दोनो पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है जिस विषय पर हो रही है उस में आने वाली सभी रूकावटे और समस्याएं समय से पहले ही पता चल जाता है और एक प्रभावशाली कानुन बनता है या बहस किसी घर के मामले पर हो रही है तो भी उस विषय पर होने वाले नफे नुकसान का हमे समय से पहले पता चल जाता है हमारे देश में दुनियां का सब से बड़ा लोकतंत्र है अर्थात लोग अपनी मर्जी की सरकार बनाते है इस के बाद जो कानून बनते है बनने से पहले proper debate या argument होती है  argument के बाद वोटिंग करवाई जाती फिर वह कानून बनता है                Discussion,Debate और argument तीनो हमारी भलाई के साधन होते है आप ने देखा होगा जो अधिकारी  intelegent होता है वह सही निर्णय पर पहुंचने के लिए अपने स्टाफ को डिस्कशन के लिए फाइल पर re...

दिनचर्या (Daily routine)

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 दिनचर्या  Routine ने जीवन के दो हिस्से बना रखे है एक नोकरी पेशा और दुसरा है retirement के बाद,नोकरी पेशा में तो पहले 50साल आप का routine  बना होता है इस में कोई दो राय नहीं है आप अमल भी कर रहे होते है क्योंकि आप के उप्पर सीनियर होता है इस routine में आप खुश भी बहुत रहते हैं अभी दुसरा हिस्सा जब हम रिटायर होते है इस वक्क्त अगर हम अपना कोई regularly routine नहीं बनाते तो मानसिक और शरीरक तौर पर हम कमजोर और रोगी बन जाते है,लगातार खाली रहने से हम शेतान भी बन सकते है खाली आदमी तो परमात्मा का नाम भी नही लेता कारण उस ने कोई time table नहीं बनाया आप रिटायरमेंट के बाद 90दिन घर खाली बैठ कर देखो आप दुखी हो जाएंगे आप का अपनी पत्नी के साथ मनमुटाव भी बड़ने लगेगा स्वाभाविक है सारा दिन घर बैठने से घर भी अच्छा नहीं लगता,परमात्मा न करे अगर आप किसी बीमारी का शिकार हो तो घर आप के लिए दवाई का काम करता है इस समय हमे आराम और सहानुभूति की जरूरत होती वह घर से मिलती है ।                 कोशिश हो routine आप Distance को बनाए और यह अपने आप multi purpose बन जायेग...

बरकत(out put)

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बरकत Nil का अर्थ जब घर की out put आगे नही बड़ती या यू कहें घर में पैसे की बचत नही होती जीवन में एक ठहराव ही बना रहता है या पुरा जीवन लड़ाई झगड़ो में बीत जाता है ऐसे 25% घरों की problem होती है ये लोग हर वक्त परमात्मा को दोष देते रहते है वास्तव में कारण यह होता है इन की खानदान की chain ही आलसी होती है हवा में बाते करने वाली होती है कड़ी मेहनत का महत्व ये लोग नही जानते अंधविश्वास पर यकीन करते है और कमाई से अधिक खर्च करते है कुदरत के नियमो पर भी अमल नहीं करते              जीवन एक strugle होता है इस को पटडी पर लाने के लिए आर पार की लड़ाई करनी पड़ती है वह चाहे अमीर हो या गरीब अपनी position को आगे बढ़ाने के लिए जमाने के साथ चलना होगा अगर आप नए जमाने के साथ नही चलोगे पीछे रह जाओगे सही योजनाएं बनानी होगी और सख्ती से अमल करना होगा मानलो 75साल उम्र है पहले 25साल  बचपन और पढ़ाई लिखाई में चले गए आखरी 25साल बुड्डापे में चले गए तो काम करने के 25साल ही बचते है और ये मध्य का समय अगर हाथ से निकल गया तो तो फिर बरकत कहा से होगी घर में अशांति हो जायेगी  कुदरत के...

नापतौल vs बिजनेस(Measurement vs business,)

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 किसी वस्तु को बेचने के लिए या मूल्यांकन करने के लिए नापतौल की जररूत होती है हर फील्ड का अलग अलग पैमाना होता है किसी solid वस्तु को तराजु से तौला जाता है अगर जमीन है उस को फिते से मापा जाता है अगर कोई तरल पदार्थ है तो उस को लीटर में अगर बिजली के खर्च को watt या किलोवाट,बुखार को बैरोमीटर से अगर कपड़ा है तो मीटर में अगर कोई दवाई या सोना ग्रामो में, तनखाह पेंशन महीने और कुछ नंबर या दर्जन में होता है ये सारे पैमाने हमारे जीवन को चलाते है और समाज में  लोगो का भरोसा बना के रखते है सरकार भी इन पैमाने से GST आदि चार्ज करती है ।        नापतौल का माहिर whole sale और retail दोनो में खुब कमाई करता है उस का मकसद कम तोलना नही होता उस को सही distribution करना आता है या यू कहें उस को सही adjust करना आता है मानलो आप के पास 10  acre जमीन है आप उस को new colony बनाना चाहते हो यहां सारे का सारा काम जमीन के डिस्ट्रीब्यूट से जुड़ा होता है जमीन के नापतौल के ज्ञानी करोड़पती‌ से कम नही होते,जानकारी और ज्ञान में अंतर होता है जिस को सरकार के नियमो के अंदर रह कर अपनी प्रोपर्टी की...

बेजोड़ शादियां (Mismatched Marriages)

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 विवाह एक पवित्र बंधन है जीवन का शुभ कर्म होता है शादी की रस्म को गुरुवाणी में आनंद कार्ज़ लिखा गया है जीवन को सब सुख देने वाला ये पवित्र कर्म होता है बड़े बड़े गुरुपीर, पैगंबर सब ने शादियां की थी शादी नही तो परिवार नही और फिर समाज भी नही होगा इसलिए शादी अति जरूरी है समाज में हर 100साल का जनसंख्या रिकॉर्ड देखे तो किसी 50साल में लड़कियों की भारी कमी देखी गई है जैसे अभी 2023 में चल रही है 1923AD में भी यही हाल था अभी पंजाब हरियाणा में तो इस की कमी सामने नजर आ रही हो सकता उत्तरप्रदेश बिहार में न हो मेरे दादा जी के रिकॉर्ड से पता चलता है की उन की शादी फौज की पेंशन 1928 में आने के 2साल बाद हुई मेरे पिता जी का जन्म 1932 में हुआ था मेरे पिता जी ने बताया था शादी बदले में होती थी exchange sister  बहन ले लो बहन दे दो मेरे  दादा दो भाई थे और एक बहन थी बड़े दादे का तो exchange हो गया लेकिन मेरे दादे की देरी का कारण लड़कियों की कमी था                     बेजोड़ शादियां किसी मजबूरी कारण होती है और आगे समस्या पैदा करती है इस में उम्...

जवानी(youth)

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 जीवन की तीन अवस्था stages होती है बचपन,जवानी और बुढ़ापा इन में जवानी की अवस्था एक यादगार मनमोहक होती है जवानी दिवानी भी बोला जाता है वैसे जवानी गलतियों का नाम होता है इस अवस्था में गलतियां माफ़ भी जल्दी हो जाती है इस अवस्था में जोश होश में नही होता चाहे वह लड़की हो चाहे वह लड़का हो जवानी उस वक्त मुसीबत बन जाती है जब जवानी  केवल इश्क को पसंद करती है जिस से समाज के नियमो को चोट पहुंचती है समाज उस जवानी पर भड़क उठता है,बच्चे की जवानी का positive लाभ कैसे उठाना है ये मां बाप को पता होता है बच्चे को नही पता होता लेकिन मां बाप लड़की के मामले में तो अलर्ट देखे जाते है परंतु लड़के के मामले में चुप रहते है यही सोच आगे खानदान को बदनाम कराती है जवानी की गलतियां को सब माफ करना ही सही समझते है लेकिन इस के side affects शादी के समय पड़ते है समाज इन को रिश्ता नही देता खासकर के लड़की के मामले में तो बड़ी समस्या आ जाती है लड़की को अच्छा घर नही मिलता बेशक प्यार करना परमात्मा की देन है प्यार करना बुरी सोच नही है परंतु जब यह सीमा  से बाहर हो जाता है तो बच्चे आत्महत्या तक कर लेते है   ...

कंजुस(miser)

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 कंजुस की उम्र लम्बी होती है इस में कोई दो राय नहीं और ना ही कंजुस को जल्दी से कोई बीमारी लगती हैआप इस सचाई को अपने जीवन में नजर डाल कर देखिए क्योकी कंजूसी करना पाप नही होता यह एक बुराई होती है कंजुस वह अपने स्वभाव के कारण होता है कंजूसो की संगत करने से कंजुस नही बनता ये स्वभाव के कारण पीढ़ी दर पीढ़ी भी देखने को मिलता है कंजुस आदमी के साथ financial काम करना बड़ा मुश्किल होता है वह बाल की खाल उतारने वाला मुहावरे पर काम करता है कोई दुकानदार इसे अपना ग्राहक नही बनाता कंजुस हर समय अपने पैसे को किसी को महंगे ब्याज पर देने पर बहुत खुश होता है मोका मिलते ही वह पैसा उस के घर पर पहुंचा कर आता है उस की इच्छा जल्दी से जल्दी ब्याज लेने की होती है हिसाब किताब रखने में वह बहुत ज्ञानी होता है अच्छा व्यवहार रखने वालो की कंजुस बहुत इज्ज़त करता है                     एक तरफ अगर पैसे वाला कंजुस शाहुकार हो दुसरी तरफ एक बहु मेहनती किसान वह कंजुस के प्रति ईमानदार हो तो कंजुस बोलेगा आ जाना जब चाहिए इस की में एक सचाई सुनाता हूं जो मुझे मेरी mother in ...

त्योहार और मेले (Festivals and Fair)

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 त्योहार और मेलो का योगदान समाज को एक महान देन है त्योहार और मेलो पर बड़े बड़े इकठ Gathering होती हैं यह gathering सभी धर्मो जातियों के मेलजोल से बनती है जब आप किसी मेले में हाजिर होते है एक स्वर्ग जैसा महसूस होता है रंग बिरंगे कपड़ों में,मर्द औरत का सुंदर शांगार और सब लोग सज धज के पहुंचते है, बाजार लगाए जाते है छोटे बच्चो के खेल ख्लोने रखे जाते है मनोरंजन की अलग से व्यवस्था होती है फ्री में भोज दिया जाता है फ्री में मेडिकल कैंप भी लगाए जाते है ऐसे ही हमारे मुख्य त्योहार जैसे दिवाली होली दशहरा  जन्माष्टमी ईद Good Friday और गुरुपर्व मनाए जाते है इन सब का मकसद प्यार और मुहबत बाटना होता है भाईचारे को मजबूत करना होता है        प्राचीन समय में तो मेलो की gathering ही लोगो की life line होती थी आज भी मेलो का रूझान मशीनरी की वस्तुओं को दिखाने के लिए बड़ चुका है अभी इन का नाम commercial मेले से भी होता है मकसद होता है लाइव जानकारी लोगो तक देना होता है प्राचीन समय में लोग मेले वाले दिन ही अपने रिश्ते नातों की जानकारी आसिल कर लेते थे देश गुलाम होने के नाते लोग अपनी इस...

घर (Home )

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 घर से जीवन की शुरुआत होती है घर नही तो कुछ नही,घर है तो सब कुछ है, घरों से गांव बनते है गांवों से देश,जीव जंतु पशु पक्षी भी अपना घर बनाते है,घर इंसान की सब से मुख्य जीवन की जररूत होती है घर के बिना बच्चो का पालनपोषण नही हो सकता,बच्चा जो सीखता है सब से पहले घर से ही सीखता है घर में हमेशा पत्नी हाजिर होती है इसीलिए इस को घरवाली बोला जाता है बंदा सब कुछ भुल सकता है लेकिन अपने घर के बचपन को नही भुलता उस का बचपन का घर उस की आत्मा में बसा हुआ होता है चाहे उस का घर मिटी का हो चाहे लकड़ी का हो चाहे घास फूंस का हो किसी बंदे को महान बनाने में उस के घर का एक महत्वपूर्ण रोल होता है घर का प्यार necklace गले के हार जैसा होता है                  आजकल बंदे की पहचान उस की पढ़ाई लिखाई से नही होती उस की कोठी से होती है उस के पास कितनी बड़ी कोठी है और कितना बड़ा उस कोठी का आंगन है कोठी के पीछे बंदे की मेहनतऔरअकल की पहचान करना आसान हो जाता है यह भी सच है अगर उस का घर सुंदर हो गा उस के काम काज भी सुंदर होगे यह एक prediction है Guess है घर के लिए सच्चाई ये है...